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तीन साल में 1.5 लाख पौधे लगाने वाले राजीव पाहवा क्षिप्रा को कर रहे पॉलिथीन मुक्त

उज्जैन के 62 वर्षीय राजीव पाहवा क्षिप्रा नदी किनारे बहकर आई प्लास्टिक और पॉलीथिन साफ करते हैं और पिछले तीन सालों में डेढ़ लाख से अधिक पौधे क्षिप्रा नदी के किनारे लगा चुके हैं.

65 वर्ष की उम्र में चला रहे स्वच्छता आभियान
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Published : Nov 19, 2019, 1:03 PM IST

Updated : Nov 19, 2019, 3:22 PM IST

उज्जैन। शहर के वरिष्ठ नागरिक राजीव पाहवा पर क्षिप्रा के किनारे साफ करने का जुनून सवार है. जो नदी किनारे पेड़-पौधों में उलझी पॉलिथीन चुन-चुन कर नगर निगम के हवाले कर रहे हैं. अभी तक वे अपने कुछ साथियों और विद्यार्थियों के साथ मिलकर 5 क्विंटल से अधिक पॉलिथीन निगम को दे चुके हैं. पर्यावरण दूषित होने की वजह से सांस लेना मुश्किल हो रहा है.

तीन साल में 1.5 लाख पौधे लगाने वाले राजीव पाहवा क्षिप्रा को कर रहे पॉलिथीन मुक्त

उज्जैन में पर्यावरण को संरक्षित करने और क्षिप्रा को धारा प्रवाह बनाने के लिए पिछले तीन सालों में जनभागीदारी से करीब डेढ़ लाख पौधे लगाया जा चुका है. वरिष्ठ नागरिक राजीव पाहवा न सिर्फ क्षिप्रा नदी के किनारे पड़ी पॉलीथिन साफ करते हैं, बल्कि पिछले तीन सालों से डेढ़ लाख से अधिक पौधे क्षिप्रा के किनारे लगा चुके हैं.

पूरा शहर राजीव को पर्यावरण संरक्षण के नाम से भी जानता हैं. हाल ही में अतिवृष्टि के चलते क्षिप्रा नदी में लंबे समय तक उफान पर रही, इस दौरान बहाव के साथ आई पॉलीथिन पानी में उतराने पर क्षिप्रा किनारे लगे पेड़-पौधों में उलझ गई. हरे भरे क्षेत्र की सुंदरता बिगड़ती देख उन्होने पेड़-पौधों से पॉलीथिन हटाने का बीड़ा उठाया.

उज्जैन। शहर के वरिष्ठ नागरिक राजीव पाहवा पर क्षिप्रा के किनारे साफ करने का जुनून सवार है. जो नदी किनारे पेड़-पौधों में उलझी पॉलिथीन चुन-चुन कर नगर निगम के हवाले कर रहे हैं. अभी तक वे अपने कुछ साथियों और विद्यार्थियों के साथ मिलकर 5 क्विंटल से अधिक पॉलिथीन निगम को दे चुके हैं. पर्यावरण दूषित होने की वजह से सांस लेना मुश्किल हो रहा है.

तीन साल में 1.5 लाख पौधे लगाने वाले राजीव पाहवा क्षिप्रा को कर रहे पॉलिथीन मुक्त

उज्जैन में पर्यावरण को संरक्षित करने और क्षिप्रा को धारा प्रवाह बनाने के लिए पिछले तीन सालों में जनभागीदारी से करीब डेढ़ लाख पौधे लगाया जा चुका है. वरिष्ठ नागरिक राजीव पाहवा न सिर्फ क्षिप्रा नदी के किनारे पड़ी पॉलीथिन साफ करते हैं, बल्कि पिछले तीन सालों से डेढ़ लाख से अधिक पौधे क्षिप्रा के किनारे लगा चुके हैं.

पूरा शहर राजीव को पर्यावरण संरक्षण के नाम से भी जानता हैं. हाल ही में अतिवृष्टि के चलते क्षिप्रा नदी में लंबे समय तक उफान पर रही, इस दौरान बहाव के साथ आई पॉलीथिन पानी में उतराने पर क्षिप्रा किनारे लगे पेड़-पौधों में उलझ गई. हरे भरे क्षेत्र की सुंदरता बिगड़ती देख उन्होने पेड़-पौधों से पॉलीथिन हटाने का बीड़ा उठाया.

Intro:उज्जैन दिल्ली और आसपास के शहरों में यहां पर्यावरण दूषित हो रहा है वही उज्जैन के रहने वाले राजीव पाहवा शिप्रा नदी किनारे सफाई करने का जुनून सवार है जिससे पर्यावरण साफ सुथरा रहे


Body:उज्जैन दिल्ली और आसपास के शहरों में जहां पर्यावरण दूषित होने की वजह से सांस लेना मुश्किल हो रही है वहीं उज्जैन में पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए शहर के 62 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक पर शिप्रा किनारे साफ करने का जुनून सवार है वे शिप्रा किनारे पेड़ पौधों में उलझी पॉलिथीन चुन-चुन कर नगर निगम के हवाले कर रहे हैं वे अपने कुछ साथियों और विद्यार्थियों के साथ मिलकर 5 कुंतल से अधिक पॉलिथीन निगम को दे चुके हैं वहीं शिप्रा को प्रवाह मना बनाने के लिए पिछले तीन सालों में जनभागीदारी से करीब डेढ़ लाख पौधे लगा चके है।


Conclusion:उज्जैन वरिष्ठ नागरिक राजीव पाहवा ना सिर्फ शिप्रा नदी किनारे बाढ़ में कराई प्लास्टिक की पॉलीथिन साफ करते हैं बल्कि पिछले 3 सालों से डेढ़ लाख से अधिक पौधे शिप्रा नदी के किनारे लगा चुके हैं पूरा शहर राजीव को पर्यावरण संरक्षण के नाम से भी जानते हैं हाल ही में अतिवृष्टि के कारण शिप्रा नदी में लंबे समय तक उफान पर रही बहाव के साथ आई पॉलीथिन पानी उतरने पर शिप्रा किनारे लगे पेड़ पौधों में उलझ गई पाहवा ने इस हरे भरे क्षेत्र की सुंदरता बिगड़ती देखी तो पेड़ पौधों से पॉलीथिन हटाने का बीड़ा उठाया अक्टूबर से उन्होंने यहां मून शुरू की थी उन्होंने देखा कि स्कूल के कुछ विद्यार्थी और फेसबुक पेज उज्जैन वाले कुछ शादी भी जुड़ गए हैं 5 दिन लगातार एक से डेढ़ घंटे की मेहनत कर 5 कुंटल पॉलीथिन एकत्रित की गई जिन्होंने बोरियों में भरकर 5 कुंटल पॉलिथीन नगर निगम को सौंप दी राजीव बताते हैं कि वे सफाई अभियान और चलाते रहेंगे इस कार्य में पुणे दिल्ली पवार, ओमप्रकाश तिवारी ,,उमेश गुप्ता ,अमिताभ पांडे, हर्ष भाटी, दीपक राठौर ,अनु पाटीदार, ग्लोबल कंपनी के मुकेश जानी और डिवाइन संस्था के जितेंद्र गुज्जरवाडिया का भरपूर सहयोग मिल रहा है


राजीव पाहवा पर्यावरण संरक्षण और शिप्रा को प्रभा मान बनाने के लिए पूर्व में भी कई प्रयास भी कर चुके हैं मिट्टी का कटाव रोकने और शिप्रा किनारे ग्रीन कॉरिडोर विकसित करने के उद्देश्य से वे लगातार 2 साल से वर्ष काल से पूर्व इंदौर रोड स्थित एक निजी होटल के पीछे खाली जमीन वुहद पौधरोपण कर चुके है।


बाइट---राजीव पाहवा
Last Updated : Nov 19, 2019, 3:22 PM IST
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