ETV Bharat / state

Pushya Nakshatra 2021: इस बार 25 घंटे 57 मिनट रहेगा पुष्य नक्षत्र, खरीदारी से पहले देख लें शुभ मुहूर्त

इस साल धनतेरस के चार और दीपावली के छह दिन पहले खरीदी का महामुहूर्त गुरु पुष्य यानी 28 अक्टूबर गुरुवार को शुरु होगा. स्वर्ण आभूषण, भूमि-भवन के साथ चल-अचल संपत्ति की खरीदी के लिए नक्षत्रों का राजा पुष्य है, जो 25 घंटे 57 मिनिट का रहेगा. इस दिन गुरु-पुष्य के संयोग को कार्य में सिद्धि देने वाला सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग और भी खास बना रहा है.

author img

By

Published : Oct 28, 2021, 5:01 PM IST

Updated : Oct 28, 2021, 5:15 PM IST

Pushya Nakshatra 2021
पुष्य नक्षत्र 2021

उज्जैन। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास में सबसे ज्यादा त्योहार मनाए जाते है. इसमें दीपावली के साथ धनतेरस, भाई दूज, गोवर्धन पूजा और पुष्य नक्षत्र का त्योहार होता है. मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में आभूषण और बर्तन खरीदना शुभ होता है. इस साल पुष्य नक्षत्र 25 घंटे 57 मिनट का है. जो 28 अक्टूबर से शुरु होकर 29 अक्टूबर तक रहेगा. इस दुर्लभ संयोग को गुरु पुष्य योग साध्य और शुभ नामक योग और भी विशेष बना रहा है. इस योग में मंत्र साधना, पुजा-पाठ, दान, खरीदारी, जमीन जायदाद के सौदे करने पर भरपूर लाभ मिलेगा.

29 अक्टूबर तक रहेगा गुरु पुष्य नक्षत्र

उज्जैन के तीर्थ पुरोहित पं. चंदन श्यामनारयण व्यास के अनुसार, गुरु पुष्य में की गई खरीदारी चिर स्थायी फल प्रदान करने वाली होती है. इस दिन सोना-चांदी और भूमि-भवन की खरीदारी विशेष लाभदायक होती है. कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि 28 अक्टूबर गुरुवार को पुष्य नक्षत्र की शुरुआत सुबह 9.44 बजे से होगी. पुष्य नक्षत्र 29 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह 11.41 बजे तक रहेगा.

28 अक्टूबर को रवियोग सुबह 9.30 बजे तक और सर्वार्थ सिद्धि योग दिवस पर्यंत रहेगा. इसकी विशेष बात यह है कि इन दोनों दिनों साध्य एवं शुभ नाम के योग इस दिन को और भी विशेषता प्रदान करेंगे. जो भी कार्य इस योग में शुरू होगा, वह सफल और सिद्धि देने वाला होगा.

कई शुभ योग इस दिन के साक्षी बनेंगे. इस विशेष योग में मंत्र साधना, पुजा-पाठ, दान, खरीदारी, जमीन जायदाद के सौदे करने पर भरपूर लाभ मिलेगा. इस दिन बहीखातों के पूजन कर नए कार्यो की शुरुआत करना चाहिए.

Diwali 2021: महंगाई ने कम की 'दीपक की रोशनी', लागत के पैसे भी नहीं निकाल पा रहे कुम्हार

चौघड़िया अनुसार शुभ मुहूर्त

प्रातः 6..30 से 7.54 शुभ
प्रातः 10.54 से 12.10 चर

अभिजीत मुहूर्त

दोपहर 11.47 से 12.33
दोपहर 12.10 से 1.36 लाभ
दोपहर 1.36 से 3.1 अमृत
शाम 4.26 से 6.51 शुभ
शाम 5.51 से 7.26 अमृत
शाम 5.51 से 9.1 चर

दीपों के पर्व दिवाली पर बढ़ी चाक की रफ्तार, इस बार ख़ुशियां मनाएंगे कुम्हार

स्थिर लग्न अनुसार शुभ मुहूर्त

प्रातः 8 से 10 .15 वृश्चिक लग्न
दोपहर 2.7 से 3.41 तक कुम्भ लग्न
शाम 6.51 से 8.48 तक वृषभ लग्न
रात्री 1.18 से 3.30 तक सिंह लगन

उज्जैन। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास में सबसे ज्यादा त्योहार मनाए जाते है. इसमें दीपावली के साथ धनतेरस, भाई दूज, गोवर्धन पूजा और पुष्य नक्षत्र का त्योहार होता है. मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में आभूषण और बर्तन खरीदना शुभ होता है. इस साल पुष्य नक्षत्र 25 घंटे 57 मिनट का है. जो 28 अक्टूबर से शुरु होकर 29 अक्टूबर तक रहेगा. इस दुर्लभ संयोग को गुरु पुष्य योग साध्य और शुभ नामक योग और भी विशेष बना रहा है. इस योग में मंत्र साधना, पुजा-पाठ, दान, खरीदारी, जमीन जायदाद के सौदे करने पर भरपूर लाभ मिलेगा.

29 अक्टूबर तक रहेगा गुरु पुष्य नक्षत्र

उज्जैन के तीर्थ पुरोहित पं. चंदन श्यामनारयण व्यास के अनुसार, गुरु पुष्य में की गई खरीदारी चिर स्थायी फल प्रदान करने वाली होती है. इस दिन सोना-चांदी और भूमि-भवन की खरीदारी विशेष लाभदायक होती है. कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि 28 अक्टूबर गुरुवार को पुष्य नक्षत्र की शुरुआत सुबह 9.44 बजे से होगी. पुष्य नक्षत्र 29 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह 11.41 बजे तक रहेगा.

28 अक्टूबर को रवियोग सुबह 9.30 बजे तक और सर्वार्थ सिद्धि योग दिवस पर्यंत रहेगा. इसकी विशेष बात यह है कि इन दोनों दिनों साध्य एवं शुभ नाम के योग इस दिन को और भी विशेषता प्रदान करेंगे. जो भी कार्य इस योग में शुरू होगा, वह सफल और सिद्धि देने वाला होगा.

कई शुभ योग इस दिन के साक्षी बनेंगे. इस विशेष योग में मंत्र साधना, पुजा-पाठ, दान, खरीदारी, जमीन जायदाद के सौदे करने पर भरपूर लाभ मिलेगा. इस दिन बहीखातों के पूजन कर नए कार्यो की शुरुआत करना चाहिए.

Diwali 2021: महंगाई ने कम की 'दीपक की रोशनी', लागत के पैसे भी नहीं निकाल पा रहे कुम्हार

चौघड़िया अनुसार शुभ मुहूर्त

प्रातः 6..30 से 7.54 शुभ
प्रातः 10.54 से 12.10 चर

अभिजीत मुहूर्त

दोपहर 11.47 से 12.33
दोपहर 12.10 से 1.36 लाभ
दोपहर 1.36 से 3.1 अमृत
शाम 4.26 से 6.51 शुभ
शाम 5.51 से 7.26 अमृत
शाम 5.51 से 9.1 चर

दीपों के पर्व दिवाली पर बढ़ी चाक की रफ्तार, इस बार ख़ुशियां मनाएंगे कुम्हार

स्थिर लग्न अनुसार शुभ मुहूर्त

प्रातः 8 से 10 .15 वृश्चिक लग्न
दोपहर 2.7 से 3.41 तक कुम्भ लग्न
शाम 6.51 से 8.48 तक वृषभ लग्न
रात्री 1.18 से 3.30 तक सिंह लगन

Last Updated : Oct 28, 2021, 5:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.