भोपाल/ उज्जैन। गरबा महोत्सव में मुस्लिम युवकों की एंट्री पर सख्त रवैया अपनाने वाली संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि जो अल्पसंख्यक अपने धर्म से ऊब गए हैं वो भी गरबा महोत्सव में आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि दूसरे धर्म के लोग जो गरबा में आना चाहते हैं, उन्हें परिचय पत्र दिखाकर प्रवेश दिया जाएगा. बता दें कि चार दिन पहले संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा था कि गरबा पंडाल लव जेहाद का माध्यम बनते रहे हैं, लिहाजा अब जरूरी है कि इन पंडालों में आईडेंटिटी कार्ड के जरिए ही नौजवान युवक -युवतियों को एंट्री दी जाए.
गरबा पंडाल लव जेहाद का माध्यम: त्योहारों का मौसम चल रहा है. जल्द ही नवरात्र की तैयारियां भी शुरू होंगी. उसके ठीक पहले संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का गरबा पंडाल को लेकर दिया एक बयान सामने आया था. उन्होंने कहा है कि गरबा पंडाल लव जेहाद का माध्यम बनते रहे हैं, लिहाजा अब जरूरी है कि इन पंडालों में आईडेंटिटी कार्ड के जरिए ही नौजवान युवक युवतियों को एंट्री दी जाए.
गरबे में जाने वालों को पिलाएं पंचगव्य : हिंदूवादी संगठन गरबा पंडालों का बहुत पहले से विरोध करते रहे हैं. संगठनों का आरोप रहा है कि इस तरह के आयोजन भारतीय संस्कृति और सभ्यता के लिए खतरा हैं. ये आयोजन लड़के लड़कियों का मीटिंग पॉइंट बन चुके हैं. इसके विरोध में हिंदुवादी संगठनों ने पंडालों के बाहर प्रदर्शन भी किया था. लेकिन अब मध्यप्रदेश सरकार की संस्कृति मंत्री ने भी गरबा पंडालों पर सवाल उठा दिए हैं.
Usha Thakur on Garba शिवराज की मंत्री उषा ठाकुर का बड़ा बयान बोलीं- लव जेहाद फैलाने का माध्यम बनते हैं गरबा पंडाल
रंगमंच कलाकारों की समस्या सुनी : उज्जैन में स्थानीय रंगमंच के कलाकारों ने संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई. कलाकारों ने बताया कि मंत्री जी द्वारा निःशुल्क जगह उपलब्ध कराने का पत्र कालिदास अकादमी के निदेशक को दिया गया था लेकिन एक वर्ष से जगह नहीं मिली. मंत्री उषा ठाकुर ने कालाकारों को एक वर्ष पूर्व सुविधाओं के लिए पत्र दिया था, जिसको कलाकारों ने यह कह कर लौटा दिया कि जब आपके पत्र देने के बाद भी कालिदास अकादमी के निदेशक नहीं सुन रहे है तो कोई मतलब नहीं. इसके बाद मंत्री ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कलाकारों की मांग मानी और जगह उपलब्ध करवाने के आदेश दिए.