उज्जैन। महाकाल कॉरिडोर को आंखों में कैद करने के साथ ही अपने मोबाइल में इसकी तस्वीरें लेने के लिए रोजाना रात्रि में लोग यहां पास में बने फ्लाईओवर पर पहुंच रहे हैं. एक प्रकार से फ्लाईओवर सेल्फी प्वाइंट बनता जा रहा है. रोजाना ये दीवानगी बढ़ती जा रही है. रात होते ही लोग ओवरब्रिज पर इकट्ठा होते हैं और या तो खड़े होते हैं और प्राचीन रुद्रसागर झील के सामने उभरती हुई क्षितिज की प्रशंसा करते हैं. पृष्ठभूमि में गलियारे के साथ सेल्फी लेते हैं. लोग कहते हैं कि नए गलियारे को लेकर वे बेहद उत्साहित हैं.
रात होते ही फ्लाईओवर पर युवाओं की भीड़ : बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 11 अक्टूबर को 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. महाकालेश्वर मंदिर 12 'ज्योतिर्लिंग' में से एक है. जब से कॉरिडोर में लाइटें जगमगाने लगी हैं तभी से लोग अंधेरे होते ही जगमगाते फव्वारे का आनंद लेने के लिए इकट्ठा होने लगते हैं. महिलाएं भी बड़ी संख्या में सेल्फी लेने आ रही हैं. लोग परिवार सहित फ्लाईओवर पर पहुंच रहे हैं.
राज्य सरकार ने 900 मीटर से अधिक लंबे गलियारे का नाम 'महाकाल लोक' रखा है. सोशल मीडिया के जरिए युवाओं के बीच इसकी लोकप्रियता भी बढ़ने लगी है. नंदी द्वार और पिनाकी द्वार गलियारे के शुरुआती बिंदु के पास बनाए गए हैं, जो प्राचीन मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाते हैं और रास्ते में सौंदर्य के दृश्य पेश करते हैं.
परिवार सहित सेल्फी लेने का क्रेज : ओवरब्रिज का यह हिस्सा मुख्य प्रवेश द्वार (नंदी द्वार) का सामना करता है और यह देखने की गैलरी और एक पसंदीदा सेल्फी पॉइंट बन गया है. यह क्रेज विशेष रूप से पिछले कुछ हफ्तों में बढ़ा है. और लोग यहां अक्सर ड्राइविंग करते समय रुकते हैं और सेल्फी लेते हैं.
उज्जैन स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार पाठक को लगता है कि उत्साह का स्तर केवल बढ़ेगा और उद्घाटन के बाद पर्यटकों की संख्या में उछाल आएगा. उन्होंने कहा कि अलंकृत स्तंभ, सुंदर दिखने वाले फव्वारे और भित्ति चित्रों में शिव पुराण के विभिन्न तत्वों का चित्रण दर्शकों के अनुभव को बढ़ाएगा. उज्जैन स्मार्ट सिटी मिशन के तहत परियोजना पर काम करने वाली कंसल्टेंसी फर्म आईपीई ग्लोबल के अधिकारियों ने कहा कि पिछले कई दिनों से फव्वारे और रोशनी का परीक्षण किया जा रहा है, जिससे बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं.