उज्जैन। शासकीय जिला अस्पताल अव्यवस्थाओं के कारण हमेशा सुर्खियों में बना रहता है. बुधवार को अस्पताल के पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती मरीजों के बीच हंगामा खड़ा हो गया. यहां अपने कुपोषित बच्चे का उपचार करवा रही महिला पर आरोप है कि उसने पास ही में उपचार करवा रही एक महिला के 7 माह के बच्चे को बाथरूम में बंद कर दिया. जब बच्चे की मां सो कर उठी और बच्चा नहीं मिला तो वह घबरा गई.
महिला ने बुला ली डायल 100
बच्चा गायब होने से परेशान महिला ने परिजनों को सूचित किया. महिला ने डायल 100 बुला ली और जांच की मांग की. हालांकि पुलिस के आने से पहले ही बच्चे की बाथरूम से रोने की आवाज आई और उसे बरामद कर लिया गया. पुलिस ने पूछताछ की खुलासा हुआ कि पास में ही एक महिला ने 10 रुपए के लेनदेन में मासूम को बाथरूम में बंद कर दिया था.
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10 रुपए के विवाद में महिला ने की गलत हरकत
शासकीय चरक भवन अस्पताल में मायापूरी निवासी पूजा पति जितेंद्र सिंह चौहान का 7 माह का बेटा अनमोल उपचाररत् है. पास ही में अंबोदिया डेम स्थित ग्राम अजनोती की संगीता पति राकेश भी अपने बच्चे का इलाज करवा रही है. दोनों के बीच किसी बात को लेकर मामूली विवाद हुआ. विवाद के बाद रात करीब 1 बजे जब पूजा अपने सात माह के बेटे के पास सोई थी तो संगीता उसे उठा ले गई और बाथरूम में बंद कर दिया. 1.30 बजे बच्चे की रोने की आवाज आई तो संगीता ने ही एक अन्य महिला को इस बारे में बताया. इसके बाद बच्चे को बाथरूम से निकाला गया. पुलिस का कहना है कि जांच जारी है.
(Mismanagement in district hospital ujjain)