उज्जैन। 12 ज्योर्तिलिंगों में एक उज्जैन महाकाल की नगरी में मकर संक्रांति की रौनक देखने मिली. एक तरफ जहां महाकाल मंदिर के गर्भ गृह और नंदी हॉल को आकर्षक फूलों से सजाया गया. वहीं दूसरी तरफ बाजार भी रंगबिरंगी पतंगो से सजा रहा.
पुजारी यश प्रदीप ने बताया कि मंदिर की साज-सज्जा उज्जैन के कलाकारों द्वारा किया गया. पुष्प विन्यास से एक आकर्षक पतंग भी बनाई गई है. वही एक तरफ पूरा बाजार भी रंगबिरंगी पतंगों से सजा हुआ देखने को मिला. मान्यता है किसी भी पर्व की शुरूआत सबसे पहले बाबा महाकाल के आंगन से की जाती है. सुबह भस्म आरती में बाबा को पतंग भेंट कर त्योहार की शुरुवात की जायेगी.
महाकाल के दर्शन के बाद शुरू होगा त्योहार
मकर संक्रांति पर्व पर सूर्य के दक्षिणायण से उत्तरायण की और जाने पर मनाया जाता है. इस दिन लाखों की संख्या में बाबा के दरबार मे श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं.क्षिप्रा घाट पर नहान, दान पुण्य किया जाता है. पुराणों के अनुसार दान पुण्य करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है तो वहीं नहान से ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है. बाबा महाकाल के आंगन की साज सज्जा के बाद सुबह भस्म आरती के बाद बाबा को पतंग भेंट कर त्योहार की शुरुवात की जाएगी. एक तरफ बाजार भी रंग-बिरंगी पतंगों से सजा हुआ दिखा. युवाओं में खरीदारी का उत्साह व जोश अलग ही नजर आया. खूब बिक्री हुई, आज फिर महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा गार्ड ने विश्वसनीय कार्य किया है.
गार्ड की इमानदारी
महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा गार्ड नीता को शाम को मंदिर परिसर स्थित सफेद चबूतरे पर एक चाबी का गुच्छा व सोने की अंगूठी मिली थी. जो कि उसने तुरंत मंदिर कंट्रोल रूम में जमा कराई. कंट्रोल रूम के चन्द्रकान्त सक्सेना ने कंट्रोल रूम से पूर्ण परिसर में उदघोषणा कर दर्शनार्थी गण से अनुरोध किया कि जिस किसी की भी वस्तु हो वह तुरंत कंट्रोल रूम पंहुचकर पहचान व अन्य जानकारी देकर इसे प्राप्त करे. उज्जैन निवासी दर्शनार्थी अर्पण कुमार दुबे कंट्रोल रूम पहुंचे व वस्तु की जानकारी दी. पहचान व फ़ोटो से सत्यापित कर कंट्रोल रूम प्रभारी सक्सेना ने उन्हें सोने की अंगूठी सौंपी.