उज्जैन। भगवान महाकाल की सवारी में पालकी के पीछे चलने वाले हाथी को लेकर पीपुल्स फॉर एनिमल्स द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है. बाबा महाकाल की सवारी में मनमहेश को हाथी पर सवार किया जाता है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है कि गजानंद पर मनमहेश को विराजित किया जाता है. लेकिन अब सवारी में गजानन को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. आरोप है कि महावत द्वारा क्रूरतापूर्वक हाथी को कील मारी जाती है. पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था इंदौर ने उज्जैन कलेक्टर सहित प्रमुख सचिव और जीव जंतु कल्याण के सेक्रेटरी को मेल पर इस बारे में शिकायत की है.
सवारी में हाथी चलने की परंपरा : बता दें कि उज्जैन बाबा महाकाल की सवारी में पालकी के पीछे परम्परागत रूप से हाथी चलते हैं. जिस पर भगवान शिव के मनमहेश के रूप में शामिल होते हैं. हाथी को लेकर चलने वालों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इंदौर की पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के प्रियांशु जैन ने उज्जैन एसपी सचिन शर्मा, कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम, जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सेक्रेटरी सहित मध्य प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी को मेल पर एक शिकायती पत्र भेजा है. इसमें निवेदन किया है कि मामले की जांच कर उचित वैधानिक कार्रवाई की जाए.
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पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग : पत्र मे ये भी कहा गया है कि जिम्मेदार दोषियों को दंडित किया जाए. साथ ही इसकी पुनरावृत्ति न हो, इस दिशा में अग्रिम कदम उठाएं. शिकायतकर्ता प्रियांशु जैन ने बताया कि जन सुरक्षा और वन्य प्राणी हाथी के साथ क्रूरता के मामले में कार्रवाई करने के लिए मेल किया है. एक-दो दिन में उज्जैन कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से भी अवगत कराया जाएगा. इसमें महावत द्वारा लकड़ी में कील लगाकर हाथी को बार-बार उससे मारने का जिक्र है. प्रियांशु जैन ने एक वीडियो अधिकारियों को भेजा है, उसमें सवारी के दौरान महावत हाथी को कील से चुभा रहा है.