उज्जैन। महाकाल मंदिर में वीआईपी दर्शन व्यवस्था खत्म होने से मंदिर के पुजारियों ने नाराजगी जताई है. पुजारियों ने महाकाल मंदिर प्रशासक को ज्ञापन सौंप कर पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की है. नई व्यवस्था लागू होने की वजह से पुजारियों के सामने रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
महाकाल मंदिर उज्जैन में कमलनाथ सरकार ने पिछले दिनों वीआईपी कल्चर को समाप्त करते हुए नई दर्शन व्यवस्था लागू की थी. जिसमें एक घंटे सुबह 6:00 से 7:00 और एक घंटे शाम 3:00 बजे से 4:00 बजे तक ही वीआईपी श्रद्धालुओं को महाकाल के दर्शन की इजाजत दी गई थी. इस नई व्यवस्था का मंदिर के पुजारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है.
मंदिर के पुजारी महेश का कहना कि महाकाल मंदिर में नई व्यवस्था के लागू होने से पुजारियों के सामने रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है. पुजारियों ने वर्षों से महाकाल मंदिर की सेवा की है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस तरह से पुजारियों की उपेक्षा नहीं करनी चाहिये. इसके अलावा दूर- दराज से आये श्रध्दालुओं को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वहीं महाकाल मंदिर प्रशासक सुजान सिंह रावत ने कहा कि मंदिर पुजारियों द्वारा ज्ञापन सौपा गया है. जिस पर पुजारियों से चर्चा की जायेगी.