Tourist Places Near Ujjain: साल 2023 कैसे गुजर गया पता भी नहीं चला कि चंद दिनों बाद 2024 की शुरुआत होने जा रही है. पिछले कुछ वर्षों से लोग नई साल के मौके पर किसी फेमस टूरिस्ट प्लेस या देश के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन के लिए जाते हैं, जिनमे मध्यप्रदेश में स्थित महाकालेश्वर सबसे लोकप्रिय हैं. अगर आप भी इस न्यू ईयर बाबा महाकाल के दरबार जा रहे हैंं तो ये खबर आपके लिए है. क्योंकि महाकालेश्वर के साथ ही उज्जैन से कुछ ही दूरी पर स्थित कुछ ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहां घूमकर आपका दिल खुश हो जाएगा.
महाकाल लोक: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर के दर्शन अपने आप में अलौकिक है. लेकिन भारत सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से काशीविश्वनाथ कॉरिडोर की तरह ही मध्यप्रदेश में अवंतिका नगरी यानी उज्जैन में भव्य महाकाल लोक बनाया गया है. जो देखने में अद्भुद कला, भक्ति और संस्कृति का नायब नमूना है. विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंग में से भोलेनाथ एक ज्योतिर्लिंग के रूप में महाकालेश्वर मंदिर में विराजमान हैं. जिनके दर्शन के लिए हर वर्ग से भक्त यहां पहुचते हैं. यहां प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, नेता अभिनेता सभी की मंदिर में विराजे भोलेशंकर की आराधना करने आते हैं. पिछले दिनों उज्जैन के साथ साथ देशभर को महाकाल लोक की सौगात मिली है. अब महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग इसी महाकाल लोक का हिस्सा है. दो भव्य प्रवेश द्वार, शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्र, बलुआ पत्थरों से बने जटिल नक्काशीदार, 108 अलंकृत स्तंभों की आलीशान स्तम्भावली, फव्वारों समेत कई ऐसी कलाकृतियां समेत बहुत कुछ है जो इस महाकाल लोक को भव्यता प्रदान करता है. अगर बाबा महालकालेश्वर के दर्शन के लिए जा रहे हैं तो महाकाल लोक को एक्सप्लोर जरूर करें.
हरसिद्धि माता मंदिर: महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन के बाद हरसिद्धि माता मंदिर के दर्शन का मौका कतई ना चूंके. उज्जैन के रुद्र सागर झील के पास ही महामाई हरसिद्धि माता का पौराणिक मंदिर है. शिव पुराण में उल्लेख है कि यहां सती माता के हाथ की कोहनी का हिस्सा गिरा था. इसलिए यह मंदिर देश के सिद्ध 51 शक्तिपीठों में से एक है. महाकाल लोक से यहां पहुंचना काफी आसान है. इसलिये माता हरसिद्धि का आशीर्वाद लेने और उनके दर्शन का मौका अपनी इस ट्रिप में बिलकुल मिस ना करें.
ओंकारेश्वर (खंडवा): उज्जैन से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित ओंकारेश्वर देव स्थानों में से एक है. यहां देश के प्रसिद्ध और प्राचीन सबसे बड़े 12 ज्योतिर्लिंग में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है. उन्हीं के नाम पर इस शहर को यह नाम मिला है. नर्मदा और कावेरी नदियों के संगम पर स्थित बसा यह स्थान धार्मिक महत्व के साथ ही पर्यटन के लिहाज़ से भी बहुत खूबसूरत है यह शहर सभी तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है जो यहां की प्राकृतिक सौंदर्यता में चार चाँद लगाते हैं. यहां ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के साथ साथ नर्मदा कावेरी संगम, खेड़ी घाट, परिक्रमा पथ, सतमत्रिका मंदिर के साथ साथ कई छोटी छोटी जगह हैं जिन्हें आप एक्सप्लोर कर सकते हैं.
मांडू (धार): उज्जैन से करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर खंडवा जिले में स्थित है मांडू, जिसे माण्डव भी कहा जाता है. ये मध्यप्रदेश खासकर मालवा क्षेत्र के आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है. इस जगह को हेरिटेज सिटी के तौर पर भी जाना जाता है. यहां बेहतरीन वॉटरफॉल हैं. जहाज महल यहां के पर्यटन स्थलों में से एक है. यह शहर प्रकृति प्रेमियों के लिए बहुत अच्छी जगह है. मांडू का किला, ईको पॉइंट और हिंडोला का किला भी प्रमुख पर्यटन स्थल हैं.
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