उज्जैन। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण से पूरा विश्व इस वक्त डरा हुआ है. ऐसे में लोग अपने घरों से निकलने में डर रहे हैं, इसी कड़ी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने एमपी के उज्जैन जिले के सामने भी मुसीबत खड़ी कर दी है. उज्जैन शहर में कई ऐसे दिहाड़ी मजदूर हैं जो 2 वक्त की रोटी ही रोजाना कमा पाते हैं. ऐसे लोगों के लिए उज्जैन में समाज सेवी संस्थान ने आगे आकर गरीबों के लिए खाने पीने का प्रबंध किया है.
- खाने के लिए 500 लोगों की लंबी कतार
शहर में रविवार को लॉकडाउन के दिन समाज सेवियों ने इन लोगों के खाने का प्रबंध किया था, लेकिन इस दौरान ये लोग पेट की खातिर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भूल गए. लोग भोजन पर इस कदर टूट पड़े कि खाने लेने के लिए 500 से अधिक लोगों की लाइन लग गई. वहीं, इन लोगों को खाना बांट रहे समाज सेवियों का दावा है कि वह रोजाना 1000 खाने के पैकैट गरीबों को बांट रहे हैं.
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- लॉकडाउन से खाने के पड़े लाले
शुक्रवार शाम 6 बजे से शुरू हुए लॉकडाउन को अभी 36 घण्टे भी नहीं बीते हैं, लेकिन इतने कम समय में ही कई लोगों पर दो वक्त की रोटी का संकट गहरा गया है. ऐसे में शहर की कई सामाजिक संस्थाएं आगे आईं हैं और गरीबों के लिए खाने का इंतेजाम कर रही हैं. वहीं, शहर के चामुंडा मां भक्त मंडल ने आज 200 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की है.