उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में साल की शुरुआत बड़ी धमाकेदार हुई है. नए साल के पहले दिन आस्था का जनसैलाब ऐसा उमड़ा मानो कोई मेले आयोजन हो. एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दरबार में शीश झुकाया. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पहले ही चार दिन के लिए प्रोटोकॉल के साथ ही सभी दर्शनार्थियों को बैरिकेड से दर्शन की व्यवस्था कर दी थी. नंदीहाल, देहरी से दर्शन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया था. जो कि काफी कारगर भी रहा. पुलिस और प्रशासन की टीम ने मुस्तैदी कर्तव्य का निर्वरहन किया. ऑनलाइन बुकिंग के जरिए 28 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. वहीं 251 रुपए शीघ्र दर्शन द्वारा 80 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. इस मंदिर की लड्डू प्रसादी 251 की शीघ्र दर्शन वाली रसीद से मंदिर को 29 लाख रुपए से ज्यादा की कमाई हुई है.
मंदिर प्रशासक और SDM नरेंद्र सूर्यवंशी ने सभी स्टाफ सदस्यों को बेहतर व्यवस्था संभालने वालों को नए साल की शुभकामना दीं. उन्होंने बताया कि नए साल में हमारी प्राथमिकता है कि सभी प्रोटोकॉल्स को समय पर पूरा किया जाए. श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण में लगी प्रसादी काउंटर से प्रसादी भी खूब ली. श्रद्धालुओं ने दर्शन के दौरान गणेश मंडपम से बाबा महाकाल के दर्शन किए तो प्रशासन ने भी कार्तिकेय मंडपम और पालकी स्थान में बैरिकेडिंग के बदलाव किए, जिससे बिना रुकावट ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु कम समय में दर्शन कर सकें. और कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए भीड़ एकत्रित न हो सके, इसके लिए विशेष ध्यान रखा गया.
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1 जनवरी की सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. इसमें 251 रुपए के शीघ्र दर्शन वाली रस्सी से मंदिर को 21 हजार रुपए की आय हुई है. वहीं महाकालेश्वर मंदिर में भगवान को चढ़ने वाला शुद्ध घी का लड्डू भी प्रसाद स्वरूप में अपने साथ ले गए हैं. जिससे महाकालेश्वर मंदिर को 8 लाख रुपए की आय हुई है.