उज्जैन। कानपुर एसएसपी ने उज्जैन पुलिस को पत्र लिखकर पूछा कि विकास दुबे को हिरासत में लेने में किस-किस की भूमिका रही है. जिससे उस रखे पांच लाख रूपए के इनाम को उन्हें दिया जा सके. हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़वाने में भूमिका निभाने वाले लोगों को चिन्हिंत करने के लिए एसपी मनोज कुमार सिंह ने तीन एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारियों की बनाई टीम बनाई है. जो जांच करेगी. उसके बाद एसपी मनोज कुमार सिंह, कानपुर पुलिस को प्रतिवेदन देंगे. इस टीम में एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह, रूपेश द्विवेदी और आकाश भूरिया शामिल हैं.
महाकाल मंदिर से हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया था. जिसमें सामने आया था कि 9 जुलाई को सुबह लगभग आठ बजे के आस-पास विकास दुबे मंदिर पहुंचा. दुकानदार सुरेश से विकास ने पूछा कि दर्शन के लिए पर्चियां कहां मिलती हैं. सुरेश को विकास पर शक हुआ, तो उसने महाकाल मंदिर के सिक्योरिटी गार्ड राहुल को खबर की. फिर लोगों ने उसे ट्रैक करना शुरू किया. दर्शन के बाद जब वो बाहर निकलने लगा, तो उसे रोककर पूछताछ की गई. सिक्योरिटी ने उसे पकड़कर पुलिस को जानकारी दी. फिर महाकाल मंदिर थाने में उसकी गिरफ्तारी हुई.
यानी पहले एक दुकानदार को शक हुआ. उसने मंदिर के सिक्योरिटी कर्मचारी राहुल को खबर की. मंदिर के सिक्योरिटी ने उसे पकड़ा और पुलिस को सूचना दी. इस तरह से तो यही नाम इनाम के हकदारों के तौर पर सामने आए हैं. हालांकि तीन पुलिस अधिकारियों की टीम जांच करके तय करेगी की इनाम का असली हकदार कौन-कौन है.