उज्जैन। मध्यप्रदेश में आई बाढ़ से हुए नुकसान को कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बड़ी आपदा बताया है. सिंधिया ने कहा कि उन्होंने पहली बार मध्यप्रदेश में ऐसे हालत देखे हैं. किसानों की पूरी फसल नष्ट हो गई, इसलिए हर किसान की मदद सरकार को करना चाहिए. इस मुद्दे पर राजनीति के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. जनता को इस समय मदद पहुंचाने की जिम्मेदारी केंद्र और प्रदेश सरकार की है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ से फसल 100 प्रतिशत नष्ट हुई है. इसलिए सर्वे की कोई जरूरत नहीं है. बिना सर्वे के किसानों को मुआवजा दिया जाए. सीएम कमलनाथ से सिंधिया ने अपील की है कि किसानों को मुआवजा जल्द दिया जाए क्योंकि आफत की बारिश के बाद मंदसौर, नीचम और दूसरे जिलों में आई बाढ़ से सड़क, मकान, सड़क टूट गई और कई पशु भी लापता हैं.
उज्जैन पहुंचे पूर्व मंत्री सिंधिया ने कहा कि बीमा कंपनियों ने जो बीमा काटा है, वो राशि किसान को क्रेडिट कार्ट के जरिए वापस की जानी चाहिए, जिससे वो अगली फसल लगा सकें. सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश ने जो केंद्र के लिए 10 हजार करोड़ का जो प्रस्ताव बनाया है उस पर केंद्र सरकार भी मध्यप्रदेश को जल्द ही सहायता राशि भेजे. क्योंकि ये समय राजनीति का नहीं है बल्कि जनता के दुख में शामिल होकर उनकी मदद करने का समय है. चाहे वह प्रदेश की सरकार हो या फिर केंद्र की.
ज्योतिरादित्य सिंधिया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र उदयपुर, नीमच और मंदसौर का दौरा करने के बाद रात करीब एक बजे उज्जैन पहुंचे थे. जहां करीब 1 घंटे तक उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की. उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और मंत्री गोविंद सिंह भी मौजूद रहे.