उज्जैन। कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु नानक जयंती का पर्व यानी प्रकाश पर्व (guru nanak jayanti 2022) हर साल धूमधाम से मनाया जाता है. उज्जैन में गुरु प्रकाश पर्व 8 नवंबर को मनाया जाएगा. जिले के गुरु नानक घाट स्थित गुरु नानक साहिब गुरुद्वारे पर हर साल की तरह इस साल भी सिखों से लेकर पंजाबियों की भीड़ लगेगी. सिख धर्म के अनुयायियों के लिए यह दिन काफी खास होता है. समाज के श्रद्धालु उज्जैन के गुरु नानक साहिब घाट पहुंचते हैं. इससे पहले सोमवार को पाठ की समाप्ति के बाद जुलुस निकाला गया, जो गुरु नानक घाट से लेकर दूध तलाई स्थित गुरुद्वारे पहुंचा. इसमें बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग शामिल हुए.
गुरु नानक देव का 553 वां प्रकाश पर्व: गुरु नानक जयंती पर्व पर उज्जैन के शिप्रा नदी किनारे घाट पर गुरु नानक जी ने इमली के पेड़ के निचे बैठकर कीर्तन किया था साथ ही यहां पर वे विश्राम भी किए थे. इसी वजह से यहां गुरु नानक घाट का निर्माण कर गुरुद्वारे का निर्माण हुआ था. इसमें हर साल बड़ी संख्या में देश, विदेश सिख समाज के श्रद्धलु उज्जैन पहुंचते हैं. गुरुदेव के 553 वें प्रकाश पर्व पर उज्जैन गुरुद्वारे की ओर से लंगर और चाय-नाश्ता निशुल्क कराया गया.
Guru Nanak Jayanti उज्जैन में सिख समाजन ने निकाला नगर कीर्तन, देखें पंच प्यारों का शौर्य
तीन दिन तक उज्जैन में रूके थे गुरु नानक जी: कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु नानक देव का जन्म हुआ था. इस दिन गुरुद्वारों में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ-साथ खास कीर्तन का आयोजन किया जाएगा. गुरु नानक जी गुरुदेव गिरनार पर्वत की यात्रा कर उज्जैन आए थे. गुरु नानक जी उज्जैन में 3 दिन रुके थे. उज्जैन के रामघाट के सामने इमली के नीचे, योगीराज भर्तृहरि के शिष्यों के साथ सत्संग किया था. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी की मदद और भूरीवाले संत की कारसेवा से अब विशाल गुरुद्वारा बन गया है.