उज्जैन। महाशिवरात्रि पर्व पर महाकालेश्वर मंदिर में लाखों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचते हैं. महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए खाद्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए खाद्य सामग्री की जांच करने वाली लेबोरेटरी गाड़ी को लेकर महाकाल मंदिर के बाहर छोटे-बड़े रेस्टोरेंट्स के सैंपल लिए. महाशिवरात्रि पर्व पर फूड प्वाइजनिंग जैसी बीमारी न हो सके, वहीं आम श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो, इसलिए जांच दल अलग-अलग होटल और रेस्टोरेंट पहुंचा. यहां खाद्य सामग्री की जांच की गई और हाथों-हाथ रिपोर्ट देकर समझाइश भी दी गई है.
महाशिव नवरात्रि 9 दिन तक चलता है उत्सव
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है, यहां माता की नवरात्रि जैसे ही, शिवजी की भी शिव नवरात्रि मनाई जाती है. 9 दिन तक भगवान महाकाल का अलग-अलग श्रृंगार किया जाता है. इसको देखने के लिए और भगवान महाकाल से आशीर्वाद के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु और उज्जैन पहुंचते हैं. ऐसे में श्रद्धालु महाकाल मंदिर के बाहर स्थित सैकड़ों रेस्टोरेंट पर भी चाय-नाश्ता और भोजन करते हैं. श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए खाद्य विभाग की चलित लेबोरेटरी महाकाल मंदिर के बाहर पहुंची और कई रेस्टोरेंट से खाद्य पदार्थो के सैंपल लिए गए और जांच की गई साथ ही समझाइश भी दी गई.
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर प्रबंधक समिति और अधिकारियों की बैठक
बड़ी संख्या में पहुंचते हैं श्रद्धालु
महाकाल मंदिर में वैसे तो वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन भगवान की आराधना के 9 दिन खास होते हैं. ऐसे में महाशिवरात्रि तक रोजाना करीब 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु महाकाल मंदिर दर्शन के लिए पहुंचते हैं और बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहीं पर खाना भी खाते हैं. श्रद्धालुओं को मिलावट वाला भोजन नहीं मिले और उनका स्वास्थ्य खराब ना हो, इसलिए चलित लेबोरेटरी पहली बार महाकाल मंदिर के बाहर पहुंची है. करीब 10 से अधिक रेस्टोरेंट के खाद्य पदार्थों की जांच भी की गई है. जिनके खाद्य पदार्थों में गड़बड़ी मिली उनको समझाइश दी गई.