उज्जैन। एक तरफ जहां कोरोना के नए स्ट्रेन की दस्तक से हड़कंप मचा है, वहीं दूसरी ओर कड़कड़ाती ठंड किसानों के लिए मुसीबत बन रही है. कई गांवों में देर रात तापमान इतना गिर गया कि फसलों पर बर्फ सी जम गई. साल के आखिर में हर बार की तरह इस वर्ष भी पारा एकदम नीचे गिरता दिखाई दे रहा है. मौसम के जानकारों के अनुसार आज न्यूनतम तापमान 10ºC और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन रात होते-होते अचानक पारा गिरने लगा, जो करीब 6 डिग्री तक पहुंच गया.
मांगरोला गांव के किसान राजेन्द्र सिंह बताते हैं कि जब वह रोजाना की तरह सुबह खेत पहुंचे तो फसलों की हालत देखकर दंग रह गए क्योंकि खेत में खड़ी फसलें बर्फ की चादर से ढक गई थीं. जिसका उसने वीडियो भी बना रखा है. किसान ने बताया कि गेहूं की फसल पर कोई नुकसान अभी देखने को नहीं मिला, लेकिन मटर, आलू और चने की फसल खराब होने की आशंका है.
नगर निगम की व्यवस्थाएं
चूंकि उज्जैन धार्मिक नगरी है तो अक्सर यहां रात गुजारते हुए सड़क किनारे संत, भिक्षुक सहित अन्य श्रद्धालु भी दिख जाते हैं. ठंड में लोगों को बचाने के लिए नगर निगम ने जगह-जगह पर रैन बसेरों में हीटर की व्यवस्था की है, लेकिन उसकी जानकारी किसी को नहीं है. वैसे तो निगम के पास हर साल अलाव जलाने के लिए बजट आता है, लेकिन व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है.