उज्जैन। देश भर में बढ़ते कोरोना संक्रमण और ऑक्सीजन की कमी के चलते कई लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं. ऐसे में देश का युवा वर्ग सोशल मीडिया के सहारे या अपनी कार बेचकर लोगों की मदद करने में जुटा हुआ है, लेकिन युवा इलेक्ट्रीशियन गौरव मालपानी ने कुछ अलग ही कर दिखाया है.
गौरव ने ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए एक मशीन तैयार की है. उन्होंने बताया कि वे सिर्फ सेवा करना चाहते है. पिछले साल भी उन्होंने कूलर से सैनिटाइजर मशीन बनाई थी, जो काफी प्रचलित हुई थी.
ये है फायदे
ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए तैयार की गई मशीन की कीमत महज 700 रुपए है. गौरव ने बताया कि अभी देश में माहौल बेहद खराब है. लगातार ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है. 50,000 से लेकर 70,000 तक मशीनें मार्केट में उपलब्ध हो रही है. यह सब देखकर मेरे मन में एक विचार आया. फिश पॉट में जैसे मछलियों को ऑक्सीजन दी जाती है, वेसे ही इंसानों के लिए भी एक छोटी मशीन तैयार की गई.
गौरव ने बताया कि मशीन में एक कम्प्रेशर लगाया गया है, जिसके द्वारा पॉट में हवा जाती है. चूंकि पॉट में पहले से आधा पानी भरा हुआ होता है. लिहाजा पॉट शुद्ध हवा से भर जाता है. पानी और हवा मिक्स हो जाते है, जिसके बाद शुद्ध हवा ऑक्सो सेट के साथ कनेक्ट हो जाती है. ऑक्सो सेट के माध्यम से कोई भी वय्क्ति अपने शरीर में ऑक्सीजन की कमी को दूर कर सकता है. इसकी कीमत महज 700 रुपये है. ये खासकर उन मरीजों के लिए तैयार किया गया है, जो होम आइसोलेट है, जिनका ऑक्सीजन लेवल सात प्रतिशत तक गिरता है.
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गौरव का दावा है कि अगर यह मशीन कारगर साबित होती है, तो इसे बनाए जाने की विधि भी वह सोशल मीडिया पर डालेंगे, ताकि आम लोग घर में रहकर इसका निर्माण कर सकें.
कार के कम्प्रेशन से बनाई है मशीन
यह मशीन फिश पॉट में लगने वाले मशीन से ही बनाई गई है. गौरव का कहना है कि अगर जिला प्रशाशन इस मशीन के लिए हमें प्रोत्साहित करता है, तो हम इसका कम्पलीट वीडियो साझा करेंगे.