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उज्जैन: मंत्री के निर्देश‌ के 7 दिन बाद भी नहीं शुरू हुआ कोविड सेंटर

मंत्री के निर्देश के 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी अब तक महिदपुर में कोरोना केयर सेंटर नहीं बनाया गया.

Medical Officer Dr. Nitin Acharya
मेडिकल ऑफिसर डॉ. नितिन आचार्य
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Published : Apr 26, 2021, 7:30 AM IST

उज्जैन। महिदपुर में मंत्री मोहन यादव के निर्देश के बाद भी यहां कोरोना सेंटर बनकर तैयार नहीं हुआ है. इसके कारण कोरोना संदिग्ध मरीज परेशान होते नजर आ रहे हैं. महिदपुर में लगातार कोरोना संक्रमण का प्रभाव बढ़ गया है. अब तक कोरोना के 80 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इसे देखते हुए 7 दिन पहले मंत्री मोहन यादव ने कोरोना की समीक्षा के दौरान सिविल अस्पताल में 10 बस्तरीय कोविड सेंटर शुरू करने के निर्देश दिए थे.

मेडिकल ऑफिसर डॉ. नितिन आचार्य

मंत्री के निर्देश के 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी अस्पताल में न तो ऑक्सीजन की लाइन लगाई गई है, न ही ऑक्सीजन मशीन और न ही सिलेंडर अस्पताल के पास उपलब्ध हैं. ऐसे में संदिग्ध कोरोना मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

मामले में मेडिकल ऑफिसर डॉ. नितिन आचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि रोगी कल्याण समिति द्वारा जरूरी संसाधन जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं. संसाधनों की कमी और मैनेजमेंट के कारण परेशानी आ रही है, जिसके लेकर अब तक कोविड सेंटर तैयार नहीं हो पाया है. इतना ही नहीं सिविल अस्पताल के शासकीय चिकित्सकों द्वारा अपने घरों पर निजी प्रैक्टिस की जा रही है. अस्पताल में मरीजों का उपचार ठीक से नहीं हो रहा है. शुक्रवार को इन्हीं सब मामलों को लेकर पत्रकारों और जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल का निरीक्षण किया. अस्पताल में पैथोलॉजी लैब में लोगों की जांच नहीं की जा रही है. स्टाफ की कमी होने के कारण मरीजों को ठीक से नहीं देखा जा रहा है. हांलाकि, मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है, लेकिन मेडिकल ऑफिसर का कहना है कि व्यवस्था जुटाने में समय लगेगा. जल्द ही कोविड सेंटर तैयार हो जाएगा.

उज्जैन। महिदपुर में मंत्री मोहन यादव के निर्देश के बाद भी यहां कोरोना सेंटर बनकर तैयार नहीं हुआ है. इसके कारण कोरोना संदिग्ध मरीज परेशान होते नजर आ रहे हैं. महिदपुर में लगातार कोरोना संक्रमण का प्रभाव बढ़ गया है. अब तक कोरोना के 80 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इसे देखते हुए 7 दिन पहले मंत्री मोहन यादव ने कोरोना की समीक्षा के दौरान सिविल अस्पताल में 10 बस्तरीय कोविड सेंटर शुरू करने के निर्देश दिए थे.

मेडिकल ऑफिसर डॉ. नितिन आचार्य

मंत्री के निर्देश के 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी अस्पताल में न तो ऑक्सीजन की लाइन लगाई गई है, न ही ऑक्सीजन मशीन और न ही सिलेंडर अस्पताल के पास उपलब्ध हैं. ऐसे में संदिग्ध कोरोना मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

मामले में मेडिकल ऑफिसर डॉ. नितिन आचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि रोगी कल्याण समिति द्वारा जरूरी संसाधन जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं. संसाधनों की कमी और मैनेजमेंट के कारण परेशानी आ रही है, जिसके लेकर अब तक कोविड सेंटर तैयार नहीं हो पाया है. इतना ही नहीं सिविल अस्पताल के शासकीय चिकित्सकों द्वारा अपने घरों पर निजी प्रैक्टिस की जा रही है. अस्पताल में मरीजों का उपचार ठीक से नहीं हो रहा है. शुक्रवार को इन्हीं सब मामलों को लेकर पत्रकारों और जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल का निरीक्षण किया. अस्पताल में पैथोलॉजी लैब में लोगों की जांच नहीं की जा रही है. स्टाफ की कमी होने के कारण मरीजों को ठीक से नहीं देखा जा रहा है. हांलाकि, मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है, लेकिन मेडिकल ऑफिसर का कहना है कि व्यवस्था जुटाने में समय लगेगा. जल्द ही कोविड सेंटर तैयार हो जाएगा.

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