उज्जैन। शहर में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है. गुरुवार को हड़ताल के तीसरे दिन संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने चरक अस्पताल के बाहर भीख मांगकर अनोखा प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हुए. स्वास्थ्य कर्मियों ने भीषण गर्मी और उमस में पीपीई किट पहनकर भीख मांगी और अपना विरोध दर्ज करवाया.
भीख मांगकर किया विरोध
विरोध प्रदर्शन के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सड़क से गुजरने वाली कार और बाइक पर सवार लोगों से भीख मांगी. प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में अस्थायी कर्मचारी मौजूद रहे. प्रदर्शन कर रही संविदा स्वास्थ्य कर्मी आशा सिसोदिया ने कहा कि हमारी मांग संविदा या स्थायी नौकरी में शामिल किए जाने की है, हमारे पास कोई और चारा नहीं है इसलिए भीख मांग कर प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार ने संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को 30 जून तक का अल्टीमेटम दे दिया है.
कलेक्टर के सामने प्रदर्शन
अस्थायी कर्मियों के प्रदर्शन के दौरान उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह भी चरक भवन पहुंच गए. हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को इस बात की जानकरी लगी तो वे सभी गुहार लगाने कलेक्टर आशीष सिंह के पास पहुंच गए. इन कर्मचारियों ने कलेक्टर के सामने घुटनों पर बैठकर प्रदर्शन किया और अपनी मांग रखी.
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संविदा नियुक्ति की मांग
दो दिनों से अस्थाई कर्मचारी संविदा पर नियुक्ति को लेकर हड़ताल पर है. अपनी मांगों को लिए उनका कहना है कि 5 जून 2018 को नीति बनाई गई कि संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों के समक्ष 90% वेतन दिया जाना चाहिए, जो अब तक कई विभागों में लागू हो चुका है, लेकिन NHM में ये सुविधा अब तक लागू नहीं की गई. संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि 3 साल के इंतजार में हमने कई आवदेन दिए लेकिन इसके बावजूद हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही.