उज्जैन। इंदौर रोड पर बना महाकालेश्वर टोल प्लाजा इन दिनों विवादों में घिरा हुआ है. बुधवार दोपहर टोल टैक्स को लेकर कांग्रेस नेता सोनू शर्मा की टोल कार्यकर्ताओं से से बहस हो गयी. कांग्रेस नेता बिना शुल्क दिये वहां से निकलना चाहते थे, जिस पर कर्मचारियों ने ऐतराज जताया. लेकिन कांग्रेस नेता बिना पैसे दिये वहां से निकलने की बात पर अड़े रहे.
इसी दौरान इंदौर से उज्जैन जाने वाले वैरियर पर खड़े नेताजी के वाहन के कारण लंबा जाम लग गया. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. मामले की जानकारी लगने पर नानाखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंच गई. साथ ही टोलकर्मी को बिना शुल्क दिये नेताजी के दोनों वाहन छोड़ने को कहा, लेकिन मैनेजर ने साफ इंकार कर दिया. मामला उलझता देख पुलिसकर्मी ने टोल कर्मियों को यहां तक कहा कि हम पैसे दे देंगे अभी गाड़ी जाने दो, लेकिन टोल कर्मी नहीं माने.
थक हारकर नानाखेड़ा थाना पुलिस के एएसआई चौहान ने अपनी जेब से रसीद कटवाई तब जाकर वाहन टोल बूथ से रवाना हुए. मामले में एडिशनल एसपी प्रमोद सोनकर ने कार्रवाई की बात कही है. सवाल यह उठता है कि कांग्रेस नेता की इतनी दादागिरी है, कि पुलिस को नेताजी के वाहनों की रसीद कटवा ना पड़ रही है. गौरतलब है कि 3 दिन पहले भी कांग्रेस नेता सोनू शर्मा के भाई का टोल पर वाहन फ्री में निकालने की बात पर विवाद हुआ था. यहां उन्होंने कर्मचारियों के साथ मारपीट की थी, लेकिन पुलिस इस मामले में अभी तक निष्क्रिय भूमिका निभा रही है.