उज्जैन। तराना अस्पताल में बनाए गए कोविड-19 सेंटर का कलेक्टर आशीष सिंह ने निरीक्षण किया. इस दौरान शासकीय चिकित्सकों सहित अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर वर्तमान समय में चिकित्सा सेवाओं को लेकर समुचित व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए. इसके अलावा कोविड सेंटर के लिए सुझाव भी मांगें. समन्वय बनाकर निजी चिकित्सकों से इस आपदा की घड़ी में सेवाएं देने की अपील भी की. वहीं इस बैठक के दौरान एसपी, जिला टीका अधिकारी, एसडीएम एकता जयसवाल, तहसीलदार दिलीप कुमार वर्मा, थाना प्रभारी संजय मंडलोई, सीएमओ सीएस जाट, बीएमओ डॉ. राकेश सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा.
सीएम साहब का जोर
कलेक्टर ने कहा कि तराना में पिछले दिनों से कोरोना के काफी संक्रमित केसेस सामने आ रहे हैं. निश्चित तौर पर यह गंभीर स्थिति है. लिहाजा सावधान होने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि जितने भी लोग फीवर क्लीनिक पर आते हैं, उन सभी का कोरोना टेस्ट होना चाहिए. उसके लिए एक रैपिड स्टिंग किट होती है, वह यहां पर उपलब्ध करा दी जाएगी. उसमें आधे घंटे में ही रिजल्ट का पता लग सकेगा. इससे बहुत जल्द ही कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकेगा.
झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक किए सील
तराना अनुभाग के करंज गांव, करेड़ी गांव, नैनावद गांव और तराना नगर में फर्जी डॉक्टरों द्वारा क्लीनिक चलाकर संदिग्ध कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा था. एसडीएम एकता जायसवाल के निर्देश पर उक्त सभी क्लीनिक की जांच की गई. तत्काल प्रभाव से क्लीनिक बन्द करवा दिए गए हैं.
एसडीएम ने बताया कि तराना के बीएचएमएस और बीएएमएस डॉक्टर्स की बैठक कर उनको सर्दी-जुकाम के मरीजों का प्रारंभिक उपचार करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही इन उपाधि प्राप्त चिकित्सकों को कहा गया है कि जैसे ही कोविड बीमारी के लक्षण मरीज में पाए जाते है, तो विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क कर उनकी जांच करवाना सुनिश्चित की जाए.