उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल के आंगन में नया साल बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. हर रोज की तरह सुबह 4:00 बजे से भस्मा आरती की प्रक्रिया प्रारंभ हुई. विधि पूर्वक तैयारी पूर्ण कर बाबा को भस्म रमाई गई. जिसके बाद झांल, मजीरे, ढोल ,नगाड़े और शंखनाद के साथ बाबा की भस्म आरती की गई. आरती के बाद बाबा महाकाल को छप्पन भोग भी लगाया गया. कोरोना वायरस की वजह से पहली बार नए साल पर भक्तों को भस्म आरती में प्रवेश से वंचित रखा गया. भक्तों ने बाबा महाकाल से साल 2020 में आई विधाओं को विनाश करने और सुख समृद्धि देने की कामना की.
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल को सुबह 4:00 बजे गर्म जल से स्नान करवाया गया. नए साल की पहली सुबह बाबा महाकाल का पंचामृत से अभिषेक हुआ. जिसमें दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से बाबा का दोबारा स्नान करवाया गया. इसके बाद बाबा को चंदन का लेपन लगाकर सुगंधीत द्रव्य चढ़ाए गए. फिर भांग से बाबा का शृंगार किया गया. पंडितों के मंत्रोच्चार के बीच बाबा को तैयार किया गया. जिसके बाद श्वेत वस्त्र ओढ़ाकर बाबा को भस्म रमाई गई. फिर ढोल नगाड़े की धुन के बीच बाबा की आरती संपन्न हुई.
आरती के बाद भक्तों के लिए खुला बाबा का दरबार
कोरोना वायरस की वजह से पहली बार नए साल पर भक्तों को भस्म आरती में प्रवेश से वंचित रखा गया है. आरती के ठीक बाद 6:00 बजे से भक्तों के लिए बाबा के द्वार कोरोना गाईड लाइन का पालन करते हुए खोल गए. देश भर के श्रद्धालुओं की लंबी कतार बाबा के दरबार में शीश झुकाने के लिए लगने लगी. किसी ने परिवार की सुख शांति के लिए कामना की तो किसी ने देश में अमन-चैन सुख समृद्धि को लेकर सिर झुकाया. ऐसी मान्यता है कि बाबा महाकाल की एक झलक मात्र से ही पापों का विनाश हो जाता है.
बाबा महाकाल से विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना
मंदिर के मुख्य पुजारी बाला गुरु ने बताया की आज प्रातकाल नव वर्ष की मंगल बेला पर समस्त विश्व कल्याण के निमित्त बाबा का पंचामृत अभिषेक किया गया. वह छप्पन भोग बाबा को लगाया गया. 2020 में महाविपदा की समाप्ति के लिए और 2021 में समस्त विश्व कल्याण के लिए महा पूजन किया गया.
देशभर से आए श्रद्धालु
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आई पूनम मिश्रा का कहना है कि मंदिर पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन किए और प्रार्थना की जल्द से जल्द कोरोना देशभर से खत्म हो जाए. वही अक अन्य श्रद्धालु का कहना है कि उनकी बाबा से प्रार्थाना है कि कोरोना वैक्सीन आ जाए और नया साल अच्छा जाए. साल के पहले दिन बाबा के दर्शन करने का बहुत मन था.