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सूर्यग्रहण के दौरान भी बाबा महाकाल के खुले हैं कपाट, जानिए कारण - solar eclipse

साल 2020 का सबसे बड़ा और सबसे पहला सूर्यग्रहण शुरू हो चुका है. सूर्यग्रहण से पहले ही सूतक काल लगा हुआ है. इस दौरान सभी मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं. लेकिन बाबा महाकाल का दरबार सूर्यग्रहण के दौरान भी खुला हुआ है.

Ujjain Baba Mahakal Temple
बाबा महाकाल
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Published : Jun 21, 2020, 10:57 AM IST

Updated : Jun 21, 2020, 11:33 AM IST

उज्जैन। आज 21 जून को साल का सबसे बड़ा और आखिरी सूर्यग्रहण पड़ रहा है. सूतक काल कल यानी 20 जून को रात नौ बजे से चल रहा है. इसी के चलते कल रात ही देश भर के सभी मंदिरों के पट बंद हो गए, लेकिन उज्जैन महाकाल मंदिर के दरबार अभी भी अपने दर्शनार्थियों के लिए खुले हुए हैं. सूतक काल में भगवान भस्म आरती के बाद धूप आरती भी की गई. हालांकि भगवान महाकाल की प्रतिमा को स्पष्ट करना इस दौरान वर्जित है. वहीं दूसरी ओर ग्रहण काल में भगवान महाकाल के दर्शन सुचारू रूप से जारी रहेंगे.

सूर्यग्रहण के दौरान बाबा महाकाल के खुले रहेंगे कपाट

सूर्यग्रहण के दौरान भी बाबा महाकाल भक्तों को देंगे दर्शन

सूर्यग्रहण उज्जैन और मालवा क्षेत्र में 74 फीसदी देखा जा सकेगा. इसी दौरान देश भर के मंदिरों के पट सूतक काल लगने के दौरान बंद हो जाते हैं, लेकिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के दरबार अपने भक्तों के लिए निरंतर खुले हुए हैं. सूतक काल में बाबा महाकाल की भस्म आरती और धूप आरती की गई. सुबह 8 बजे के बाद से ही लगातार भक्तों को बाबा महाकाल के दर्शन दे रहे हैं. वहीं दूसरी और ग्रहण काल के दौरान भी भगवान अपने भक्तों को दर्शन देंगे.

Ujjain Baba Mahakal Temple
उज्जैन बाबा महाकाल मंदिर

ये है कपाट खुले रहने का कारण

ऐसी मान्यता है कि बाबा महाकाल कालों के काल हैं और उनका काल पर अधिपत्य है. इसी के चलते किरण के बुरे प्रभाव का इस मंदिर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. आदि अनादि काल से परंपरा चली आ रही है और मृत्यु लोग के राजा होने के नाते वह महाकाल के दरबार के पट किसी भी ग्रहण काल के दौरान बंद नहीं होते हैं. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के चलते हुए शिप्रा नदी के घाट पर नहाने पर प्रतिबंध लगाया है. इसी दौरान पुलिस प्रशासन लगातार घाट पर तैनात है और वहां आने वाले लोगों को स्नान करने से मना करते हुए उन्हें वापस भेज रहे हैं.

उज्जैन। आज 21 जून को साल का सबसे बड़ा और आखिरी सूर्यग्रहण पड़ रहा है. सूतक काल कल यानी 20 जून को रात नौ बजे से चल रहा है. इसी के चलते कल रात ही देश भर के सभी मंदिरों के पट बंद हो गए, लेकिन उज्जैन महाकाल मंदिर के दरबार अभी भी अपने दर्शनार्थियों के लिए खुले हुए हैं. सूतक काल में भगवान भस्म आरती के बाद धूप आरती भी की गई. हालांकि भगवान महाकाल की प्रतिमा को स्पष्ट करना इस दौरान वर्जित है. वहीं दूसरी ओर ग्रहण काल में भगवान महाकाल के दर्शन सुचारू रूप से जारी रहेंगे.

सूर्यग्रहण के दौरान बाबा महाकाल के खुले रहेंगे कपाट

सूर्यग्रहण के दौरान भी बाबा महाकाल भक्तों को देंगे दर्शन

सूर्यग्रहण उज्जैन और मालवा क्षेत्र में 74 फीसदी देखा जा सकेगा. इसी दौरान देश भर के मंदिरों के पट सूतक काल लगने के दौरान बंद हो जाते हैं, लेकिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के दरबार अपने भक्तों के लिए निरंतर खुले हुए हैं. सूतक काल में बाबा महाकाल की भस्म आरती और धूप आरती की गई. सुबह 8 बजे के बाद से ही लगातार भक्तों को बाबा महाकाल के दर्शन दे रहे हैं. वहीं दूसरी और ग्रहण काल के दौरान भी भगवान अपने भक्तों को दर्शन देंगे.

Ujjain Baba Mahakal Temple
उज्जैन बाबा महाकाल मंदिर

ये है कपाट खुले रहने का कारण

ऐसी मान्यता है कि बाबा महाकाल कालों के काल हैं और उनका काल पर अधिपत्य है. इसी के चलते किरण के बुरे प्रभाव का इस मंदिर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. आदि अनादि काल से परंपरा चली आ रही है और मृत्यु लोग के राजा होने के नाते वह महाकाल के दरबार के पट किसी भी ग्रहण काल के दौरान बंद नहीं होते हैं. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के चलते हुए शिप्रा नदी के घाट पर नहाने पर प्रतिबंध लगाया है. इसी दौरान पुलिस प्रशासन लगातार घाट पर तैनात है और वहां आने वाले लोगों को स्नान करने से मना करते हुए उन्हें वापस भेज रहे हैं.

Last Updated : Jun 21, 2020, 11:33 AM IST
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