उज्जैन। जिले के नागदा में एएसआई ही पशु तस्करों की मदद करता था. घटना को गंभीरता से लेते हुए सीएसपी मनोज रत्नाकर ने बताया कि एएसआई के विरुद्ध पशु करूरता अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है व एक पिकअप वाहन जिसमें जानवर भरे थे, उसका पीछा कर उसे जब्त कर आधा दर्जन जानवरों को गौशाला छोड़ा और एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. अन्य दो वाहन व तस्करों की तलाश की जा रही है. ये पूरा मामला नागदा तहसील क्षेत्र अंतर्गत का है.
पुलिस कार्रवाई के दौरान खुलासा : सोमवार अलसुबह 4 से 6 बजे के बीच जब पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि भैया लाल निवासी छावनी झंडा चौक थाना क्षेत्र आगर और दशरथ पिता बने सिंह नीवासी आगर ग्राम शिवगढ़ अपने साथियों संग तीन पिकअप वाहन से महीदपुर रोड होते हुए शासकीय कॉलेज के सामने से रत्नाखेड़ी के कच्चे रास्ते से गायों को लेकर निकलेंगे. वाहन को निकलवाने में कोई पुलिस कर्मी मदद करेगा, मुखबिर की सूचना पर तीन थाना क्षेत्रों की पुलिस अलर्ट हुई और जगह-जगह डायल हंड्रेड व टीमें तैनात की गई. इसी दौरान मंडी थाना एएसआई राम सिंह भूरिया थाना प्रभारी को रात 3 बजे सिविल ड्रेस में दिखाई दिया, जिससे थाना प्रभारी ने पूछताछ की तो राम सिंह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया.
सख्ती से पूछताछ की तो ASI ने स्वीकारा : उसकी कॉल डिटेल को देखा तो तस्करों से बातचीत का उसमें पता चला. इसके बाद थाना प्रभारी ने ASI को थाने भेजा, जहां पूछताछ में उसने तस्करों की मदद करना स्वीकार किया. Asi राम सिंह भूरिया के विरुद्ध एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के निर्देशन में पशु क्रूरता अधिनियम व अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर मंडी थाना ने मामले को विवेचना में लिया है. वहीं तस्करी कर ले जा रहे एक पिक अप वाहन को भी कुछ दूरी पर पकड़ कर आधा दर्जन गायों को गौशाला छोड़ा और एक आरोपी दशरथ को गिरफ्तार किया व वाहन में सवार एक अन्य फरार तस्कर की तलाश की जा रही है.
(ASI used to inform animal smugglers) (Filed an FIR for animal cruelty on ASi)