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भक्तों से मिले बाबा महाकाल! 20 माह बाद आम श्रद्धालुओं के लिए खुला गर्भ गृह

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Published : Dec 6, 2021, 9:41 AM IST

Updated : Dec 6, 2021, 10:10 AM IST

करीब 20 माह बाद बाबा महाकाल मंदिर का गर्भ गृह (Mahakaleshwar Jyotirlinga) आम श्रद्धालुओं के लिए खोल (sanctum sanctorum of Mahakal temple opened for common man) दिया गया है. मंदिर प्रशासन ने जलाभिषेक-दर्शन संबंधी नियमों की जानकारी दी है, साथ ही कोरोना गाइडलाइ का पालन करना भी अनिवार्य है.

sanctum sanctorum of Mahakal temple opened for common man
आम श्रद्धालुओं के लिए खुला महाकाल मंदिर का गर्भ गृह

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह भस्म आरती के बाद से श्रद्धालुओं को गर्भ गृह से दर्शन मिलना शुरू हो गया, लंबे समय बाद बाबा महाकाल के दर्शन कर भक्त निहाल हो गए. इस मौके पर संघ के सरकार्यवाह रह चुके भैया जी जोशी भी महाकाल मंदिर पहुंचकर गर्भ गृह से दर्शन किये. करीब 20 माह बाद आज से महाकाल मंदिर का गर्भ गृह आम श्रद्धालुओं (sanctum sanctorum of Mahakal temple opened for common devotees) के लिए खोल दिया गया है.

उज्जैन महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश शुरू, पूजन-आरती पर रहेगा प्रतिबंध, कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूरी

खुल गया महाकाल का गर्भ गृह

कोरोना महामारी के कारण महाकाल (Mahakaleshwar Jyotirlinga) से दूर हुए भक्तों के लिए आज बहुत बड़ा दिन है, जब भक्तों को सीधे गर्भ गृह में प्रवेश करने का मौका मिल रहा है और गर्भ गृह से ही बाबा महाकाल के दर्शन कर रहे हैं. आज भक्त और भगवान के बीच की दूरिया कम हो गयी है, सुबह हुई भस्म आरती के बाद मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ सहित भैया जी जोशी गर्भ गृह से दर्शन किये, इसके बाद आम श्रद्धालुओं को गर्भ गृह में जाने की अनुमति दे दी गयी. हालांकि, इस मौके पर भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका.

आम श्रद्धालुओं के लिए खुला महाकाल मंदिर का गर्भ गृह

ऐसी रहेगी भक्तों के लिए व्यवस्था

मंदिर प्राशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि उज्जैन महाकाल मंदिर के प्रवेश बंद के दौरान 1500 रुपए की रसीद पर 2 श्रद्धालु, 3000 रुपए की लघु रूद्र की रसीद पर 3 श्रद्धालु, 15000 रुपए की महारूद्र की रसीद पर 5 श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर भगवान के गर्भ गृह से दर्शन कर सकेंगे, इस दौरान श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर भगवान का केवल जलाभिषेक ही कर सकते हैं, श्री महाकालेश्वर मंदिर के अधिकृत 16 पुजारी व 22 पुरोहित अपने यजमानों के लिए एक दिन में अधिकतम 1500/- रुपये की 3 रसीद व लघुरूद्र की 2 रसीद ही काउण्टर से कटवा सकेंगे, अपने यजमानों को अल सुबह 06:15 से 7:15 तक दोपहर 01:00 से 03:00 बजे तक और रात को 08:00 से 09:00 बजे तक रसीद कटाकर गर्भ गृह में जल अर्पित करा सकेंगे! सामान्य श्रद्धालुओं के लिए कोई शुल्क नहीं रहेगा, वे लाइन में लग कर सीधे प्रवेश करेंगे. भीड़ बढ़ने की स्थिति में गर्भ गृह को फिर से बंद किया जा सकेगा, ऐसी स्थिति में सिर्फ 1500 रुपए की रसीद वाले ही गर्भ गृह में प्रवेश कर पाएंगे.

गर्भ गृह में पूजन पर रहेगा प्रतिबंध
महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में फिलहाल किसी भी प्रकार का पूजन, अभिषेक, आरती इत्यादि किया जाना या दूध, फूल-प्रसाद या किसी भी प्रकार की पूजन सामग्री ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा. भक्त भगवान श्री महाकालेश्वर को केवल जल अर्पित कर तत्काल बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे. रसीदधारी श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर मंदिर के द्वार क्रमांक 4 से प्रवेश कर विश्राम धाम से सभा मण्डपम चांदी द्वार से गर्भ गृह दर्शन हेतु प्रवेश करेंगे और वहां की गई व्यवस्था के अनुसार श्री महाकालेश्वर भगवान का जलाभिषेक कर जल द्वार से बाहर आएंगे. प्रवेश बंद के दौरान रसीद लेकर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड का पालन करना अनिवार्य होगा. जिसमें पुरूषों को सोला व महिलाओं को साड़ी में ही गर्भ गृह में प्रवेश दिया जा सकेगा.

कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूरी

महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा इन व्यवस्थाओं के सुचारू रूप से संचालन के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है, सभी की जिम्मेदारी तय की गयी है, जिसका पालन सभी को अनिवार्य रूप से करना है. गर्भ गृह में प्रवेश के दौरान आगन्तुक समस्त श्रद्धालुओं के लिए कोविड-19 महामारी हेतु जारी गाइडलाइन (necessary to follow corona guidelines) का पालन किया जाना अनिवार्य होगा.

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह भस्म आरती के बाद से श्रद्धालुओं को गर्भ गृह से दर्शन मिलना शुरू हो गया, लंबे समय बाद बाबा महाकाल के दर्शन कर भक्त निहाल हो गए. इस मौके पर संघ के सरकार्यवाह रह चुके भैया जी जोशी भी महाकाल मंदिर पहुंचकर गर्भ गृह से दर्शन किये. करीब 20 माह बाद आज से महाकाल मंदिर का गर्भ गृह आम श्रद्धालुओं (sanctum sanctorum of Mahakal temple opened for common devotees) के लिए खोल दिया गया है.

उज्जैन महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश शुरू, पूजन-आरती पर रहेगा प्रतिबंध, कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूरी

खुल गया महाकाल का गर्भ गृह

कोरोना महामारी के कारण महाकाल (Mahakaleshwar Jyotirlinga) से दूर हुए भक्तों के लिए आज बहुत बड़ा दिन है, जब भक्तों को सीधे गर्भ गृह में प्रवेश करने का मौका मिल रहा है और गर्भ गृह से ही बाबा महाकाल के दर्शन कर रहे हैं. आज भक्त और भगवान के बीच की दूरिया कम हो गयी है, सुबह हुई भस्म आरती के बाद मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ सहित भैया जी जोशी गर्भ गृह से दर्शन किये, इसके बाद आम श्रद्धालुओं को गर्भ गृह में जाने की अनुमति दे दी गयी. हालांकि, इस मौके पर भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका.

आम श्रद्धालुओं के लिए खुला महाकाल मंदिर का गर्भ गृह

ऐसी रहेगी भक्तों के लिए व्यवस्था

मंदिर प्राशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि उज्जैन महाकाल मंदिर के प्रवेश बंद के दौरान 1500 रुपए की रसीद पर 2 श्रद्धालु, 3000 रुपए की लघु रूद्र की रसीद पर 3 श्रद्धालु, 15000 रुपए की महारूद्र की रसीद पर 5 श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर भगवान के गर्भ गृह से दर्शन कर सकेंगे, इस दौरान श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर भगवान का केवल जलाभिषेक ही कर सकते हैं, श्री महाकालेश्वर मंदिर के अधिकृत 16 पुजारी व 22 पुरोहित अपने यजमानों के लिए एक दिन में अधिकतम 1500/- रुपये की 3 रसीद व लघुरूद्र की 2 रसीद ही काउण्टर से कटवा सकेंगे, अपने यजमानों को अल सुबह 06:15 से 7:15 तक दोपहर 01:00 से 03:00 बजे तक और रात को 08:00 से 09:00 बजे तक रसीद कटाकर गर्भ गृह में जल अर्पित करा सकेंगे! सामान्य श्रद्धालुओं के लिए कोई शुल्क नहीं रहेगा, वे लाइन में लग कर सीधे प्रवेश करेंगे. भीड़ बढ़ने की स्थिति में गर्भ गृह को फिर से बंद किया जा सकेगा, ऐसी स्थिति में सिर्फ 1500 रुपए की रसीद वाले ही गर्भ गृह में प्रवेश कर पाएंगे.

गर्भ गृह में पूजन पर रहेगा प्रतिबंध
महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में फिलहाल किसी भी प्रकार का पूजन, अभिषेक, आरती इत्यादि किया जाना या दूध, फूल-प्रसाद या किसी भी प्रकार की पूजन सामग्री ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा. भक्त भगवान श्री महाकालेश्वर को केवल जल अर्पित कर तत्काल बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे. रसीदधारी श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर मंदिर के द्वार क्रमांक 4 से प्रवेश कर विश्राम धाम से सभा मण्डपम चांदी द्वार से गर्भ गृह दर्शन हेतु प्रवेश करेंगे और वहां की गई व्यवस्था के अनुसार श्री महाकालेश्वर भगवान का जलाभिषेक कर जल द्वार से बाहर आएंगे. प्रवेश बंद के दौरान रसीद लेकर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड का पालन करना अनिवार्य होगा. जिसमें पुरूषों को सोला व महिलाओं को साड़ी में ही गर्भ गृह में प्रवेश दिया जा सकेगा.

कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूरी

महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा इन व्यवस्थाओं के सुचारू रूप से संचालन के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है, सभी की जिम्मेदारी तय की गयी है, जिसका पालन सभी को अनिवार्य रूप से करना है. गर्भ गृह में प्रवेश के दौरान आगन्तुक समस्त श्रद्धालुओं के लिए कोविड-19 महामारी हेतु जारी गाइडलाइन (necessary to follow corona guidelines) का पालन किया जाना अनिवार्य होगा.

Last Updated : Dec 6, 2021, 10:10 AM IST
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