उज्जैन। बाबा महाकाल की नगरी कही जाने वाली अवंतिका में हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. बाबा महाकाल के दर्शन करने से पहले श्रद्धालु मोक्षदायिनी मां शिप्रा में स्नान करने पहुंचते हैं. ऐसे में कई श्रद्धालु लापरवाही के चलते व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम ना होने के चलते हादसे का शिकार हो जाते हैं. गहरे पानी मे जाने से कइयों की मौत हो चुकी है.
कई मौतें हो चुकी हैं : विगत कुछ महीनों में 2 दर्जन से अधिक मौतों के बाद प्रशासनिक व पुलिस प्रशासनिक अमला जागा है और घाटों पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का अमले ने जायजा लिया. मौके पर पहुंचे कलेक्टर आशीष सिंह ने पानी के लेवल को घाटों से 3 फुट कम करने के साथ ही निगम, होमगार्ड को जरूरी दिशा- निर्देश दिए. एसपी ने कहा कि घाटों पर तैनात जवानों को अलर्ट रहने के लिए सख्ती से दिशा निर्देश दिए जाएंगे, जो आदेशों का उल्लंघन करेगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जिला प्रशासन ये दिए आदेश : घाटों पर पानी के लेवल को 3 फुट कम करना प्राथमिकता हो, जिससे सीढ़िया नजर आएं. घाटों पर गहरे पानी होने के सांकेतिक संदेश देते बोर्ड लगाना व पाइप और रस्सी को टाइट करें. घाटों पर लोकल तैराकों दलों की मदद ली जाए. उन्हें सुरक्षा किट के साथ ट्रेनिंग देकर तैनात करें. होमगार्ड जवानों की तैनाती ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई होगी. अनाउंसमेंट सिस्टम को बेहतर बनाकर छोटी रपट से बड़े पुल तक रेकॉर्डेर्ड ट्यून के माध्यम से जागरूक करें. (Administration woke up about drowning in Shipra) (Collector visited and gave necessary instructions)