उज्जैन। देश भर में बर्ड फ्लू के कारण अचानक हो रही कौओं और कई पशु-पक्षियों कि मौत के बाद सभी राज्यों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. सोमवार को उज्जैन की घट्टिया तहसील में 6 कौए मृत और बेसुध पाए गए थे. जिसके बाद अब मंगलवार जिले के अलग-अलग इलाकों में कई कौए मृत और बेसुध पाए गए हैं. कौए के बढ़ते मामले को देखते हुए पशु विभाग अलर्ट हो गया है.
6 से 80 पहुंचा आंकड़ा
जिले में 24 घंटे के अंदर मृत पक्षियों का आंकड़ा 6 से 80 तक पहुंच गया है. जिले में अब तक 80 मृत और बेसुध कौए पाए जा चुके हैं. जिनके सैंपल लेकर भोपाल लैब भेजे गए हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि की किस कारण से इतनी संख्या में कौओं की मौत हो रही है.
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कुत्तों का वीडियो आया सामने
इसी दौरान एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुत्ते कौओं को खाते हुए दिख रहे हैं. ये वीडिओ उन्हेल से सामने आया है. इस वीडियो के सामने आने के बाद जिले में पशु-पक्षी और इंसानों को खतरा न हो, इसके लिए कलेक्टर आशीष सिंह ने आदेश दिए हैं कि मृत कौओं को शहर से दूर गहरे गड्ढे में दफनाया जाए. इसके अलावा जहां भी मृत कौए मिल रहे हैं, उस जगह को सैनिटाइज किया जाए.
कीटनाशक भी हो सकता है कारण
बर्ड फ्लू के अलावा ये भी आशंका जताई जा रही है कि कौओं की मौत का कारण कीटनाशक भी हो सकता है. क्योंकि इस समय खेतों में चने और मटर की फसल है. किसान उन पर कीटनाशक दवाओं का ज्यादा मात्रा में उपयोग करते हैं. पक्षी चना खाने भी खेतों में पहुंचते है. तो हो सकता है कीटनाशकों के कारण ही इनकी मौत हो रही हो. खैर रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा होगा कि क्या माजरा है.
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इन इलाकों से सामने आए नए मामले
मंगलवार सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले लोगों ने क्षिप्रा नदी के रेती घाट, कार्तिक मेला ग्राउंड के कालिदास उद्यान, नगर निगम के विद्दयुत शव दाह गृह परिसर में मृत पड़े कौओं को देखा. इसके अलावा उन्हेल, तराना, घट्टिया, खाचरोद, नागदा में भी कौए मृत और बेसुध अवस्था में दिखे. जिसकी जानकारी तुरंत लोगों ने जिम्मेदारों को दी.
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शहर से दूर कौओं को दफनाया गया
पशु विभाग ने इस मामले को तुरंत संज्ञान में लिया. कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर मृत कौओं को शहर से दूर गहरे गड्ढे खोद कर दफनाया गया. इसके बाद प्रभावित इलाकों को सैनिटाइज करवाया गया. और बेसुध कौओं को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है.