उज्जैन। महाकाल मंदिर की गौशाला में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक के बाद एक आधा दर्जन गायों की मौत जहरीला चारा खाने से हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही महाकाल मंदिर प्रशासक सुजान सिंह रावत सहित डॉक्टरों का एक दल चिंतामन मंदिर स्थित महाकाल मंदिर की गौशाला पहुंचा, जहां 13 गायें बीमार बताई गईं, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी थी.
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित गौशाला में शुक्रवार शाम को हरा चारा खाने के बाद एक के बाद एक करीब आधा दर्जन गोवंश की मौत हो गई. मामले की सूचना मिलने के बाद पशु चिकित्सकों का दल चिंतामन मंदिर जवासिया स्थित गौशाला में पहुंचा और प्रारंभिक तौर पर गायों का इलाज शुरू किया गया. सूत्रों का कहना है कि करीब 10 गाय और छोटे बच्चे जहरीला चारा खाने से मौत की नींद सो गए.
मंदिर समिति के प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बताया कि गोवंश को जो चारा डाला गया था, उसी के खाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी है. सूचना मिलने के बाद इलाज के लिए पशु चिकित्सकों का दल पहुंच गया है. जिन गोवंश की मौत हो गई है, उनका पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिसके बाद ही मौत की वजह का पता चलेगा. शनिवार को ही शहर में बछ बारस का पर्व मनाया जा रहा है, जिसके तहत गाय और बछड़े की पूजा की जाती है. बछ बारस के एक दिन पहले महाकाल मंदिर की गौशाला में या दर्दनाक हादसा हुआ है.