टीकमगढ़। जिले के कुंडेश्वर नगरी को भारत सरकार ने राष्ट्रीय आयुष मिशन योजना के तहत आयुष ग्राम घोषित किया है. जिला प्रशासन और राज्य सरकार की पहल पर पवित्र नगरी को विकास योजनाओं से जुड़ने का एक सुनहरा मौका मिला है, जिससे अब इस नगरी का समुचित विकास होगा. योजना के तहत कुंडेश्वर में पर्यटक, स्वछता, रोजगार और औषधीय पौधों का विकास किया जाएगा.
आयुष ग्राम होने से अब इस नगर में भारत सरकार से भी विकास को लेकर योजनाएं बनाकर भेजी जाएंगी, और भारत सरकार के फंड से विकास होगा. जिसमें सबसे पहले इस गांव में आर्युवेदिक औषधियों पर फोकस किया जाएगा, और लोगों के लिए ये औषधियां चलन में लाई जाएंगी.
आयुर्वेदिक दवाओं के प्रति जागरूकता
आपको बता दें कि एलोपैथिक दवाओं से तात्कालिक लाभ मिलता जरूर है, लेकिन बीमारियां जड़ से नहीं जाती, लेकिन आयुर्वेदिक औषधियों से रोग और बीमारियां जड़ से खत्म हो जाती हैं. इसलिये लोगों को आयुर्वेदिक दवाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना पहली प्राथमिकता होगी. इस गांव के लोगों को सबसे पहले स्वस्थ रखने का लक्षय होगा, जिसमें इस बस्ती का सर्वे किया जाएगा, और प्रत्येक घरों के सदस्यों का हेल्थ चेकअप भी होगा, उसके बाद उनके कार्ड बनाये जाएंगे, और सभी का हर माह चेकअप किया जाएगा. साथ ही सभी नागरिकों को अपने-अपने घरों में दस-दस औषधीय पौधों को लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इस पहल से लोग छोटी-मोटी बीमारियां होने पर उनका इलाज घरों में ही कर सकेंगे, और लोगों को हर इलाज के लिए अस्पतालों की और नहीं भागना पड़ेगा.
आयुष ग्राम में बनेंगे हर्बल औषधि गार्डन
वहीं आयुष ग्राम में कई जगहों पर हर्बल औषधि गार्डन भी बनाए जायेंगे जिससे औषधीय दवाओं को बनाने में कोई दिक्कत न हो. लोगों को आयुष औषधियों के बारे में भी बताया जाएगा, कि यह औषधियां कितनी कारगर होती हैं. आपको बता दें कि कुंडेश्वर गांव की जनसंख्या लगभग 2500 है, और यहां पर प्रत्येक व्यक्ति को औषधीय उपचार के लिए कार्ड जारी किए जाएंगे.
गांव के लोगों को मिलेगा आयुष अस्पताल
लोगों को आयुष उपचार के लिए एक 20 बिस्तर का आयुष अस्पताल भी खोला जाएगा, जिससे लोग आर्युवेदिक इलाज ले सकें. यह दवाएं लोगों को नुकसान नहीं करती और बीमारी को जड़ से खत्म करती हैं. इसलिये इस आयुष ग्राम में तमाम प्रकार की औषधियां लगाई जाएंगी, जिससे लोगों की बीमारियां ठीक हो सके.
गांव के लोगों को सिखाया जाएगा योग
इस आयुष ग्राम के लोगों को स्वस्थ रखने के लिए योग सिखाया जाएगा, और युवाओं को आर्युवेदिक औषधियों को जिंदा रखने और उसके बारे में बताने के लिए यह पौधे घर-घर रोपे जाएंगे. जिला प्रशासन के द्वारा इस गांव में विकास को लेकर एक कार्य योजना बनाकर मध्यप्रदेश शासन और भारत सरकार को भेजी जाएगी, जिससे विकास को लेकर फंड जारी होगा.
योजना को लेकर कलेक्टर का कहना है, कि कुंडेश्वर गांव को आयुष ग्राम घोषित किया गया. शासन के द्वारा जिसमें तमाम प्रकार के विकास होंगे, जिसकी जल्द कार्य योजना बनाकर शासन को भेजी जाएगी. इस गांव को राष्ट्र्रीय आयुष मिशन के तहत आयुष ग्राम घोषित किया गया है. गांव में औषधीय पौधों और आर्युवेदिक औषधियों पर फोकस होगा. साथ ही कलेक्टर ने कहा कि कुंडेश्वर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और भी योजनाओं से गांव को जोड़ा जाएगा और विकास किया जाएगा.