टीकमगढ़। कुंडेश्वर शिव मंदिर के पुजारी हरिशंकर चौबे जो कि तुलसी बाबा के नाम से जाने जाते हैं, वे इन दिनों अपनी अनूठी पहल के लिए काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं. वे मंदिर में आने वाले लोगों को तुलसी और तुलसी की माला के उपयोग और फायदों के बारे में जागरूक कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक उन्होंने इस काम की शुरुआत करीब तीन साल पहले की थी.
निशुल्क देते हैं मालाएं
तुलसी बाबा मंदिर में आने वाले लोगों को खुद के हाथों से बनाई हुई तुलसी की माला फ्री में देते हैं. वे लोगों के तुलसी के गुणों के बारे में समझाते हैं कि तुलसी की माला गले में जरुर पहनना चाहिए. इसे पहनने से संक्रामक बीमारियां और कंठ रोग नहीं होते हैं. साथ ही तुलसी कि माला का उपयोग करने से लोगों में धार्मिक भावनाओं का संचार होता है और धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है. जानकारी के मुताबिक तुलसी बाबा अब तक 10 हजार से ज्यादा तुलसी की माला बनाकर लोगों को दे चुके हैं.
3000 रुपए की वेतन के बावजूद कर रहे जनसेवा
कुंडेश्वर शिव मंदिर में रहने वाले तुलसी बाबा की मासिक वेतन महज 3000 रुपए है, जिससे वे अपना गुजारा करते हैं. तुलसी बाबा का कहना है कि तुलसी की माला पहनने से लोगों को यश और कीर्ति मिलती है. साथ ही लोगों को रोगों से भी निजात मिलती है, जिसमें सरदर्द, जुखाम, बुखार और चर्म रोग भी ठीक होते हैं.
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तुलसी बाबा बताते हैं कि तुलसी दो प्रकार की होती है, जिसमें श्यामा तुलसी की माला पहनने से मानसिक शांति की प्राप्त होती है और मन में सकारात्मक भाव उत्पन्न होते हैं. वहीं रामा तुलसी की माला पहनने से सात्विक भावनाएं जागृत होती हैं और व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास पैदा होता है. तुलसी कि माला पहनने से विद्युत शक्ति के समान शक्ति मिलती है और चर्म रोग, बुखार, सिरदर्द ओर गले की बीमारियां दूर होती हैं.