टीकमगढ़। जिले में तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज अलग-अलग जगहों से मिलने से पहले ही प्रशासन अलर्ट मोड पर था. देश में जनता कर्फ्यू लगने से पहले ही जिले में एहतियातन के तौर पर लॉकडाउन कर दिया गया. कर्मचारियों को नीचे से ऊपरी स्तर तक प्रशिक्षित किया गया और सभी निर्देश पर गौर किया गया. आमजनता के साथ ही व्यापारी, किसान और मजदूरों को परेशानी भी हुई, लेकिन आंशकित खतरे को भांप प्रशासन ने रियायत नहीं दी. जिले के हर वर्ग और व्यक्ति का त्याग और परिस्थितियों से समझौता, इस दैरान सराहनीय रहा. बैठकों के खूब दौर चले, आज भी चल रहे हैं. जिसमें सामने आई कमियों को प्रशासन ने स्वीकार किया. उनमें सुधार किया और कोरोना से जंग में अपनी जीत हासिल की. यही कारण है कि कोविड-19 को मात देने में टीकमगढ़ जिला प्रशासन सफल हुआ.
वहीं जिले के लमेरा में पहला कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद लोगों में भय की स्थिति उत्पन्न हो गई. जिसके बाद बल्देवगढ़ ब्लॉक के ही आहार गांव में दूसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज 23 अप्रैल को मिला. इसी के बाद मोहनगढ़ के इकवालपुरा में तीसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला था. जिसके बाद प्रशासन पूरी तरह से सख्ते में आ गया और सुरक्षा व्यवस्थाएं बढ़ा दी गईं.
इस दौरान कंटेनमेंट एरिया, सतर्कता और कसाबट बढ़ा दी गई. वहीं कलेक्टर ने टीम का हौसला बढ़ाते हुए हाई अलर्ट किया. कोरोना पेसेंट्स को बल्देवगढ़ में बने आइसोलेशन सेंटर में रखा गया था. बल्कि जो 3 लोग संक्रमित थे, वो ठीक होकर घर पहुंच गए हैं. टीकमगढ़ जिला कोरोना फ्री होने पर प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है.