टीकमगढ़। आज बेटियां हर क्षेत्र में देश को गौरवान्वित करवा रही हैं. इसी के साथ शहर के दुमराउ भाटा गांव की रहने वाली शिवांगी वर्मा ने महज 18 साल की उम्र में 14 नेशनल खेलों में 14 नेशनल पदक जीते हैं, जिसको लेकर गांव में खुशी का माहौल है.
शिवांगी ने किया जिले का नाम रोशन, 14 नेशनल पदक जीते - दुमराउ भाटा गांव
शिवांगी वर्मा ने किया जिले का नाम रोशन महज 18 साल की उम्र में 14 नेशनल पदक जीते.
शिवांगी वर्मा ने जीता पदक
टीकमगढ़। आज बेटियां हर क्षेत्र में देश को गौरवान्वित करवा रही हैं. इसी के साथ शहर के दुमराउ भाटा गांव की रहने वाली शिवांगी वर्मा ने महज 18 साल की उम्र में 14 नेशनल खेलों में 14 नेशनल पदक जीते हैं, जिसको लेकर गांव में खुशी का माहौल है.
Intro:एंकर इंट्रो / टीकमगढ जिले के एक छोटे से गरीव परिवार की बेटी ने सॉफ्टबॉल खेल में 14 नेशनल पदक लेकर बढ़ाया जिले का गौरव
Body:वाइट् /01 कुमारी शिवांगी वर्मा खिलाड़ी टीकमगढ
वाइट् /02 पी प्रसन्ना कोच भारतीय खेल प्राधिकरण टीकमगढ
वाइस ओबर / कहते है कि यदि किसी मे जज्बा हो तो हर काम आसान होजाता है !और आसमान पर भी तिरंगा लहराया का सकता है लेकिन हौसले होना जरूरी है !यही हौंसले टीकमगढ़ जिले के दुमराउ भाटा गांव की रहने बाली शिवांगी वर्मा में है जिन्होंने 18 साल की उम्र में महज 14 नेशनल खेलो में समिल होकर 14 नेशनल पदक जीते ओर अपने माता और पिता और कोच का नाम बढ़ाया शिवांगी वर्मा एक केविल ऑपरेटर की बेटी है !जो काफी गरीव है लेकिन इसके हौसलों के आगे गरीवी नसमस्तक हुई और शिवांगी दिन प्रतिदिन आगे बढ़ती गई यह तकरिवन 2009 से सॉफ्टबॉल की खिलाड़ी है और इस खेल को बड़े ही विस्वास ओर ईमानदारी के साथ खेलती है !यह सुबह से ही भारतीय खेल प्राधिकरण के कोच प्रसन्ना के साथ ग्राउंड पर इस खेल की प्रैक्टिस करती थी और यह आज आगे बढ़कर जिले का नाम रोशन करने में जुटी हुई है !शिवांगी का कहना रहा कि यदि आज वह जो रास्ट्रीय स्तर पर मेडल लेकर आई उंसमें सबसे बड़ा श्रेय उसके माता पिता और कोच प्रसन्ना कहे जिन्होंने उसको इस कविल बनाया है
Conclusion:टीकमगढ शिवांगी वर्मा सॉफ्टबॉल की बेहतर खिलाड़ी है जो एक वार अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी खेलने गई थी जहाँ पर उसका बेहतर प्रदर्सन रहा अभी तक शिवांगी वर्मा ने शिमला, अमरावती,नागपुर,चंडीगढ़, कलकत्ता,आंध्रप्रदेश,भोपाल, उत्तरप्रदेश हरियाणा, दिल्ली,सहित तमाम झगहो पर गोल्ड मेडल,रजत पदक,कांस्य पदक,आदि जीतकर नाम रोशन किया है यह अभी शासकीय हायरसेकंडरी कन्या स्कूल में 12 बी की छात्रा है !जिसने इतनी कम उम्र में इतने सारे मेडल जीत लिए ओर हार को भगा दिया और सफलता प्राप्त की 2016 में एशियाई चेम्पियन में भी खेली है चाइना में इस तरह से शिवांगी वर्मा अभी तक 14 नेशनल खेलो में जीतकर 14 नेशनल पदक प्राप्त करने बाली बुन्देलखण्ड की पहली बेटी है
Body:वाइट् /01 कुमारी शिवांगी वर्मा खिलाड़ी टीकमगढ
वाइट् /02 पी प्रसन्ना कोच भारतीय खेल प्राधिकरण टीकमगढ
वाइस ओबर / कहते है कि यदि किसी मे जज्बा हो तो हर काम आसान होजाता है !और आसमान पर भी तिरंगा लहराया का सकता है लेकिन हौसले होना जरूरी है !यही हौंसले टीकमगढ़ जिले के दुमराउ भाटा गांव की रहने बाली शिवांगी वर्मा में है जिन्होंने 18 साल की उम्र में महज 14 नेशनल खेलो में समिल होकर 14 नेशनल पदक जीते ओर अपने माता और पिता और कोच का नाम बढ़ाया शिवांगी वर्मा एक केविल ऑपरेटर की बेटी है !जो काफी गरीव है लेकिन इसके हौसलों के आगे गरीवी नसमस्तक हुई और शिवांगी दिन प्रतिदिन आगे बढ़ती गई यह तकरिवन 2009 से सॉफ्टबॉल की खिलाड़ी है और इस खेल को बड़े ही विस्वास ओर ईमानदारी के साथ खेलती है !यह सुबह से ही भारतीय खेल प्राधिकरण के कोच प्रसन्ना के साथ ग्राउंड पर इस खेल की प्रैक्टिस करती थी और यह आज आगे बढ़कर जिले का नाम रोशन करने में जुटी हुई है !शिवांगी का कहना रहा कि यदि आज वह जो रास्ट्रीय स्तर पर मेडल लेकर आई उंसमें सबसे बड़ा श्रेय उसके माता पिता और कोच प्रसन्ना कहे जिन्होंने उसको इस कविल बनाया है
Conclusion:टीकमगढ शिवांगी वर्मा सॉफ्टबॉल की बेहतर खिलाड़ी है जो एक वार अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी खेलने गई थी जहाँ पर उसका बेहतर प्रदर्सन रहा अभी तक शिवांगी वर्मा ने शिमला, अमरावती,नागपुर,चंडीगढ़, कलकत्ता,आंध्रप्रदेश,भोपाल, उत्तरप्रदेश हरियाणा, दिल्ली,सहित तमाम झगहो पर गोल्ड मेडल,रजत पदक,कांस्य पदक,आदि जीतकर नाम रोशन किया है यह अभी शासकीय हायरसेकंडरी कन्या स्कूल में 12 बी की छात्रा है !जिसने इतनी कम उम्र में इतने सारे मेडल जीत लिए ओर हार को भगा दिया और सफलता प्राप्त की 2016 में एशियाई चेम्पियन में भी खेली है चाइना में इस तरह से शिवांगी वर्मा अभी तक 14 नेशनल खेलो में जीतकर 14 नेशनल पदक प्राप्त करने बाली बुन्देलखण्ड की पहली बेटी है