टीकमगढ़: जिले में कोरोना वायरस से लोगों को बचाने को लेकर जिले की पुलिस रात दिन तैनात है. जिले में तकरीबन 6 दिनों से लगातार पूरा जिला लॉकडाउन है, जिले की पुलिस लोगों को अपने- अपने घरों में रहने की अपील कर रही है और जो लोग घरों से बाहर घूमते नजर आ रहें हैं उनको घरों के अंदर भेज रही है, ताकि लोगों को कोरोना जैसी बड़ी महामारी से दूर रख सकें.
जिले के तकरीबन 200 पुलिसकर्मी अपने जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं, कोरोना वायरस की जंग में पुलिसकर्मी बगैर हथियारों के मैदान में डटे हैं और फिर भी निहत्थे होकर कोरोना कि जंग में अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं.
जिले में कोरोना वायरस की लड़ाई में जिले में 10 पुलिस नाके बनाये गए जिसमें शिफ्ट के हिसाब से पुलिस बल तैनात किया जाता. कोरोना वायरस से बचने के लिए सेनिटाइजर महत्पूर्ण होता है, लेकिन यहां लगभग 200 से अधिक पुलिस जवानों के पास सेनिटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं है. जबकि ये लोग दूसरे जिलों और राज्यों के सीमाओं पर तैनात हैं और यहां पर कोरोना वायरस के संक्रमण का ज्यादा खतरा बना रहता है लेकिन जिले के सभी 10 नाकों पर तकरीबन 4 दिनों से एक भी सेनिटाइजर नहीं है.
आपको बता दें कि ये पुलिसकर्मियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के डर से कैमरे के सामने नहीं आये और बताया कि इन नाकों पर सेनिटाइजर नहीं है, जिससे वो हाथों को साफ नहीं कर पा रहे और उनको कोरोना वायरस का खतरा लगता है.
वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी और डिप्टी कलेक्टर सौरभ मिश्रा का कहना रहा कि ये बात आपसे पता चली और सुबह किसी पुलिस वाले ने भी नाकों पर सेनिटाइजर नहीं होने की बात कही थी, जल्द ही सभी पुलिस नाकों पर सभी को सेनिटाइजर भिजवाए जाएंगे जिससे पुलिसकर्मी सुरक्षित रह सकें.