टीकमगढ़। जिले के पलेरा थाने के छिदारा गाँव मे एक की कुएं में गिरने से मौत हो गई. ग्रामीणों का कहना है कि छिदारा गांव में मुन्ना रैकवार के भतीजे की गुरुवार को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. अंतिम संस्कार के बाद सभी बैठकर चर्चा कर रहे थे कि एक जुलाई को मतदान के बाद पारिवारिक शुद्धता करेंगे. इतने में पुलिस पहुंच गई और ग्रामीणों को खदेड़ने लगी. पुलिस के डर से मौके पर मौजूद लोग भागने लगे. इसी कोशिश में मुन्ना रैकवार (50) दौड़ते हुए कुएं में जा गिरा, जिसकी डूबने से मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने बताया कि पुलिस ने मुन्ना रैंकवार को डंडे भी मारे, जिससे वह डरकर भागा और कुएं में जा गिरा.
नाराज परिजनों ने किया मतदान का बहिष्कार : पुलिस कार्रवाई से नाराज परिजनों और समाज के लोगों ने दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया और दूसरे मतदाताओं को भी मतदान नहीं करने दिया. गांव में तहसीलदार और एसडीएम ने नाराज परिजनों से बात की और समझाइश दी. दो लाख रुपए आर्थिक सहायता और दोषियों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद मतदान शुरू हो सका.
पुलिस का मारपीट से इंकार : जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने लापरवाही करने पर पुलिसकर्मी कामता प्रसाद प्रजापति (एएसआई) और आरक्षक जितेंद राजपूत को निलंबित कर दिया है. टीकमगढ़ एसपी का कहना है कि पुलिस ने कोई मारपीट नहीं की. डायल 100 के पहुंचने से लोगो में भगदड़ मच गई और मुन्ना रैकवार की कुएं में गिरने से मौत हो गई. मामले की जांच अभी जारी है.
कांग्रेस बोली- पुलिस जिम्मेदार : मप्र कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव का कहना है कि पुलिस की बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज की वजह से एक ग्रामीण की मौत हुई है. इस घटना के लिए पूरी तरह पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है. सुरक्षा देने की बजाय पुलिस जनता पर अत्याचार कर रही है. हम पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि घटना के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए. (Police chased villagers unnecessarily) (One died after falling in well) (ASI and constable suspended)