टीकमगढ़। जिले में एक ऐसा अनोखा गांव है, जहां सिर्फ लोधी समाज के लोग निवास करते हैं और इस गांव में एक भी नाली नहीं है, जबकि गांव में सड़क है, लेकिन बगैर नालियों की सड़क बनी हुई है. खास बात ये है कि, यहां फिर भी साफ- सफाई रहती है और इस गांव में संक्रामक रोग भी नहीं फैलते हैं.
ये अनोखा गांव टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूरबेंडरी ग्राम पंचायत का अतरार गांव है. इस गांव की महज आबादी एक हजार के करीब है. इस गांव में सभी किसान रहते हैं. पानी बचाने के लिए इस गांव में हर घर में शोक पिट बने हुए हैं और सभी घरों का गंदा पानी सड़कों पर बहने की बजाए जमीन में जाता है. जिससे जमीन का जल स्तर बढ़ता है.
सूखा पड़ने के बाद बनाया प्लान
बताया जाता है कि, काफी समय पहले इस गांव में सूखा पड़ा था और लोग पानी के लिए तरस गए थे, तभी से लोगों ने पानी बचाने का फैसला लिया और सभी ने अपने-अपने घरों में शोक पिट बनवाये थे. जिनका पानी सीधा जमीन में चला जाता है.
ग्रामीण खुद करते हैं सफाई
इस गांव में 60 मकान बने हुए हैं और पूरे गांव में 4 मुहल्ले हैं. इस गांव के लोग पूरे गांव की सड़कों पर सुबह- शाम झाड़ू लगाकर खुद सफाई करते हैं. जिससे यह गांव आज अपने आप मे दूसरे लोगों को प्रेरणा देने का काम कर रहा है.
इस गांव के लोगों का कहना है कि नालियां बनने से गंदगी फैलती हैं जिस वजह से सड़कों पर कीचड़ फैल जाता है और गंदा पानी ठहरने से मच्छर होते हैं. साथ ही पानी बचाने का बीड़ा उठाया है.