टीकमगढ़। एमपी के बुंदेलखंड का टीकमगढ़ जिला सिंचाई के मामले में पिछड़ा हुआ है. सरकार ने जितनी भी सिंचाई परियोजनाएं इस इलाके में शुरू की हैं,उन परियोजनाओं का फायदा यहां के किसानों को नहीं मिल पा रहा है. यूपी के किसान एमपी के किसानों के हक के पानी पर डाका डाल रहे हैं. जल संसाधन विभाग ने पानी चोरी की इस वारदात की पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई.
क्या है मामला: दरअसल टीकमगढ़ जिले की बानसुजारा सिंचाई परियोजना के हितग्राही पिछले कई दिनों से परेशान थे कि उन्हें परियोजना के कनेक्शन से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. इस बात की शिकायत किसानों ने जल संसाधन विभाग में की. शिकायत पर जब जल संसाधन विभाग ने जांच पड़ताल की तो बानसुजारा परियोजना से पानी चुराने का मामला सामने आया. बानसुजारा परियोजना की टीम ने परियोजना की पाइपलाइन से 5 अवैध कनेक्शन पकड़े.
किसने किए थे कनेक्शन: बानसुजारा परियोजना में यूपी के किसानों ने 15 फीट जमीन के नीचे पाइप लाइन बिछाकर अवैध कनेक्शन किए थे. जल संसाधन विभाग की टीम ने पानी चोरी करते पकड़े गए सभी किसानों के कनेक्शन जब्त कर पुलिस को मामला सौंप दिया है. ये मामला बम्होरी कला पुलिस थाने में दर्ज कराया गया है. यूपी के मऊरानीपुर के गांव के किसान पानी की चोरी कर रहे थे.
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परियोजना के ठेकेदारों की करतूत: टीकमगढ़ जिले के किसानों की सिंचाई की समस्या को हल करने बानसुजारा परियोजना से पाइप लाइन डाली गई थी. 76 हजार हेक्टेयर जमीन की सिंचाई के लिए 185 गांवों के लिए अंडरग्राउंड 15 फीट गहरी पाइप लाइन डाली गई थी. ये पानी सिर्फ मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के किसानों के लिए था. लेकिन परियोजना में लाइन बिछाने का काम करने वाले ठेकेदारों से मिलीभगत कर यूपी के किसानों ने 20-20 हजार रुपया देकर पाइपलाइन में अवैध कनेक्शन चोरी से कर लिए थे और लगातार पानी की चोरी कर रहे थे.
कैसे हुआ पानी की चोरी का खुलासा: पानी की चोरी का खुलासा तब हुआ जब बानसुजारा परियोजना के असल हकदार किसानों के यहां पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचना बंद हो गया तब जाकर किसानों ने जल संसाधन विभाग में शिकायत दर्ज कराई. विभाग ने जब परियोजना स्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की.जेसीबी बुलाकर खुदाई करवाई तब जाकर 5 अवैध कनेक्शन पकड़े गए.