टीकमगढ़। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में पुलिस ने शासकीय योजनाओं की राशि में बन्दरवाट करने पर 21 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया है. अब इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. फिलहाल अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. हालांकि इस मामले के प्रमुख मास्टमाइंड पर इनाम घोषित करने के लिए जतारा पुलिस थाना से मांग की गई है.
जनपद पंचायत की की रिपोर्ट पर मामला दर्ज
भारतीय स्टेट बैंक जतारा की शाखा से सरकारी योजनाओं के 60 लाख रुपये निकालकर शासन को लाखों का चूना लगाया गया था, जिस पर जनपद पंचायत की रिपोर्ट पर पुलिस ने इस गबन के मामले में 21 लोगों को आरोपी बनाकर धारा 420,406,409,467,468,471 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बैंककर्मी और जनपद अधिकारी हो सकते हैं आरोपी
पुलिस ने उन सभी लोगों को भी आरोपी बनाया है जिन लोगों के खातों में यह राशि डाली गई है. भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारियों की भी इसमें मिली भगत दिखाई दे रही है, और पुलिस अब बैंक पर भी शिकंजा कसने जा रही है. इसमें तकरीबन बैंक के 4 बाबुओं पर मामला दर्ज किए जाने की तैयारी है. और इसके अलावा जनपद पंचायत के कुछ कार्यरत बाबू और कुछ रिटायर्ड बाबू भी इसमें सह आरोपी बनाए जा सकते हैं.
क्या है मामला ?
आरोपियों ने जनपद पंचायत सीईओ आंनद शुक्ला के फर्जी दस्तखत डालकर कई लेटर बैंक को जारी किए थे. जिसमें कहा गया था कि विधायक के द्वारा सम्बल योजना के तहत जिन हितग्राहियों को आर्थिक सहायता दी जानी थी उनके खाते गलत होने पर यह राशि नहीं जा सकी इसलिए दोबारा नए खातों में यह राशि डाली जाए और इन पत्रों में फर्जी लोगों के नाम और उनके खाता नम्बर दिए गए थे, जिसके बाद अलग-अलग खातों में 60 लाख रूपये डाले गए थे.