टीकमगढ़। कुंडेश्वर के एक छोटे से गांव की बेटी का कोरोना काल के दौरान फेलोशिप के लिए इजराइल में चयन हुआ था. लेकिन उस समय कोरोना के चलते उनका इजरायल जाना कैंसिल हो गया था. वर्तमान में हालत सामान्य होने के बाद जिले के वासियों ने स्वाति सिरोठिया को विदाई दी.
भारत सरकार द्वारा एक साल के लिए इजरायल में रहकर रिसर्च करने के लिए स्वाति को बुलावा आया है. जहां इजरायल जाने से पहले पहले ग्रामीणों ने एक सम्मान समारोह का आयोजन किया. दरअसल, टीकमगढ़ की राजेन्द्र सिरोठिया की बेटी स्वाति सिरोठिया का चयन 5 महीने पहले प्लांट रिसर्च को लेकर भारत सरकार के कृषि अनुसंधान द्वारा चयन हुआ था. जिसमें मध्यप्रदेश से सिर्फ एक ही चयन किया गया था.
देश में मात्र 14 बच्चों का चयन इजराइल के लिए फेलोशिप को किया गया था. जिसमें स्वाति का चयन टीकमगढ़ जिले से मध्यप्रदेश से पहला सिलेक्शन किया गया. जिसके लिए पहले एक भारत में एक परीक्षा का आयोजन किया गया था. जिसमें स्वाति ने बाजी मारते हुए प्रदेश से अपना झंडा बुलंद कर सफलता हासिल की थी. लिहाजा स्वाति को इजरायल में एक साल के लिए फेलोशिप दी गई, जिसमें हर महीने 65,000 रुपए स्कॉलरशिप दी जाएगी. इसके अलावा रुकना और खाना भी फ्री होगा. वहां पर प्लांट को लेकर रिसर्च किया जायेगा. बड़ी बात यह है कि एक गांव की बेटी का चयन इस फेलोशिप को लेकर हुआ जिससे ग्रामीण बच्चों का मनोवल बढ़ा है.
स्वाति के लिए यह आयोजन सरपंच द्वारा के सहयोग से किया गया. जिसमें स्वाति को माता सरस्वती की प्रतिमा भेंटकर बधाई दी गई, और उज्वल भविष्य की कामना की गई.