टीकमगढ़। जिले में संविदाकर्मियों ने अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर सांकेतिक हड़ताल की है. सभी संविदाकर्मियों ने काले कपड़े और काले मास्क पहनकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया है.
संविदाकर्मियों का कहना है, सभी 2006 से सरकारी सेवाएं दे रहे हैं. नियमितीकरण को लेकर उन्हें सरकार ने लगातार सिर्फ झूठे आश्वासन ही दिए हैं. आज तक उन्हें नियमित नहीं किया, जबकि उनसे काम ज्यादा लिया जाता है और वेतन कम दी जाती है. इन हालातों में अब संविदाकर्मी काफी परेशान हैं. इनका कहना है कि सभी को नियमित किया जाए और समान कार्य, समान वेतन दिया जाए. इन दौरान निष्कासित किए गए सभी संविदाकर्मियों को बहाल कर सेवा में वापस लिए जाने की मांग भी की है. प्रदर्शन कर रहे संविदाकर्मियों का कहना है, ये मांगे पूरी नहीं होती हैं तो आने वाले दिनों में राज्यस्तरीय आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
बता दें कि 2018 में शिवराज सरकार के सामने इन संविदाकर्मियों ने राज्यस्तरीय आंदोलन किया था, इन दौरान शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने नीति बनाई लेकिन संविदाकर्मियों इससे भला न हो सका. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में नियमित करने का वादा किया था. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बावजूद कांग्रेस सरकार ने भी इनकी एक न सुनी.
आपको बता दें कि टीकमगढ़ जिले में शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायत विभाग, ई गवर्नेंस सहित तमाम विभागों में लगभग 500 संविदाकर्मी कार्यरत हैं, जिन्होंने अपनी मांगों को लेकर ब्लॉक स्तर पर सांकेतिक धरना दिया और मांगों को सरकार के सामने एक बार फिर रखा है.