टीकमगढ़। जिले के खरगापुर में बीते दिनों एक ही परिवार के पांच लोगों द्वारा आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि पीड़ित परिवार पर जमीन बेचने का दबाव बनाया जा रहा था, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली. वहीं पुलिस के इस खुलासे लोग संतुष्ट नहीं है. इसे लेकर मंगलवार को खरगापुर में व्यापारियों ने बाजार बंद रखा. साथ ही उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही बीजेपी से पूर्व विधायक सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.
पूर्व भाजपा विधायक एवं प्रदेश कार्यकारी सदस्य सुरेंद्र प्रताप सिंह ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि पांच लोगों की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने एक जमीन खरीदने वाले और एक साहूकार समेत नौ लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि मृतक परिवार के मुखिया ने अपने बेटे के लिए व्यवसाय शुरू करने के लिए एक दुकान कृषि मंडी में खरीदी थी, वह अपने बेटे के लिए नया व्यवसाय शुरू करना चाहते थे. वह आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाएंगे. इसके इलावा जो सुसाइड नोट पुलिस को मिले हैं, वह जनता से छिपाए क्यों गए.
विधायक ने कहा कि जिस रामेश्वर जडिया को मुजरिम बनाया गया है, दो महीने से टीआई का उनके घर आना-जाना क्यों है. विधायक ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि बुधवार से खरगापुर की जनता बाजार बंद रखेगी. उन्होंने मांग की है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. साथ ही टीआई को भी लाइन अटैच किया जाए.