टीकमगढ़/ओरछा। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है, जब ओरछा में रामराजा सरकार का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया हो. कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन से रामराजा मंदिर बंद है. हालांकि यहां भगवान राम को दी जाने वाली सलामी और चार पहर की भव्य आरती आज भी हो रही है. लेकिन भक्तों के आने पर पाबंदी है.
तोप खाना, हार्डक्लचर पार्क, राजा महल, जहांगीर महल, चतुर्भुज मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर सब जगह सन्नाटा है. जो सड़कें देशी विदेशी पर्यटकों से आबाद रहती थी. उन सड़कों पर अब सिर्फ बंदर अटखेलियां कर रहे हैं.
![रामराजा सरकार का मंदिर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7093467_thumbnail.png)
प्रकृति ने ओरछा में अपने पांव पसारना चालू कर दिए है. ओरछा वैसे भी प्राकृतिक सौंदर्य का शहर है. जिसमें नदी जंगल पहाड़ और कई वन्य जीव है वर्तमान में ओरछा की सुंदरता देखते ही बनती है.
![शाम के वक्त बेतवा का सुंदर नजारा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7093467_thu.png)
ओरछा में इतनी शांति पाकर वन्यजीव आराम से गुजर बसर कर रहे है. किला परिसर में आज के युग में बहुत ही कम देखे जाने वाले मोरों का नृत्य भी देखा जा सकता है. जो प्राकृतिक सफाई और सुंदरता का प्रतीक है.
![ओरछा महल](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7093467_thumb.png)
ओरछा में लॉकडाउन का अच्छा असर
हालांकि विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी में लॉकडाउन का अच्छा असर हुआ, जिससे प्रकृति ने ओरछा को अपने आगोश में ले लिया. बेतवा का पानी बेहद साफ हो गया है. जिसकी कल-कल करती ध्वनि दूर से ही सुनाई दे रही है.
![जहांगीर महल](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7093467_thumbnai.png)
पहली बार ओरछा में एक अलग ही शांति का अनुभव हो रहा है. प्रकृति के इस बदले वातावरण में महलों की इस नगरी की खूबसूरती में चार चांद लग गए. जिससे लॉकडाउन में ओरछा का नया रंग देखने को मिल रहा है.
![तोप खाना](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7093467_thumbn.png)