सिंगरौली। जिले के देवसर तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी के बाद भी एक महिला गर्भवती हो गई. अब उसने एक बच्ची को जन्म दिया है. पीड़ित महिला ने बताया कि उसकी नसबंदी देवसर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई थी, लेकिन नसबंदी के बाद भी वह गर्भवती हो गई थी.
वहीं नसबंदी होने के बाद भी महिला को इसका प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है, जिसके लिए आज भी महिला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला चिकित्सालय के चक्कर काट रही है. अब उसने कलेक्टर से उचित मुआवजा देने की मांग की है.
जानकारी के अनुसार ओडगड़ी निवासी अनीता ने 24 दिसम्बर 2018 को देवसर में नसबंदी शिविर में ऑपरेशन कराया था, जिसकी प्रोत्साहन राशि अभी तक नहीं मिली, लेकिन अनीता ने जब जिले में चेकअप कराया तो डॉक्टरों ने उसे 4 महीने से गर्भवती बताया.
बताया गया है कि महिला के पहले से ही एक लड़का और एक लड़की है. ऑपरेशन फेल हो जाने के बाद महिला को तीसरी संतान हो गई है. पीड़ित महिला ने नसबंदी ऑपरेशन फेल होने पर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही बताते हुए मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है. अब देखने लायक बात ये होगी कि इस घटना के बाद लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ प्रशासन क्या कदम उठाता है.