सिंगरौली। सिंगरौली जिले के एनसीएल के मजदूरों के द्वारा केंद्र सरकार के कोल इंडिया में 100 प्रतिशत FDI के फैसले के विरोध में सभी श्रमिक संगठनों ने एनएसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है,कई बार मंत्रालय लेवल पर बातचीत के बाद भी सरकार के सख्त रुख को भांपते हुए आखिरकार देश भर के कोयला श्रमिक केंद्रीय संगठन के आह्वान पर आंदोलन प्रदर्शन किया है,काम ठप्प कर दिया वही मालगाड़ी रोकने ,कोयला ढोने वाले वाहनों के चक्के रोक कर जबरदस्त हड़ताल शुरू कर दी है.
सरकार की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि भाजपा से जुड़ी हुई संगठन बीएमएस भारती मजदूर संघ भी हड़ताल में शामिल है ,यहीं नही सिर्फ बीएमएस ने 23 से 27 सितम्बर यानी 5 दिन के अकेले हड़ताल का एलान कर दिया है.
जिससे केंद्र सरकार के हाथ पांव फूल रहे हैं और अन्य संगठनों से एक कदम आगे बढ़ते हुए बीएमएस ने 5 दिन के हड़ताल की घोषणा कर एनसीएल प्रबन्धन और जिला प्रशाशन , पुलिस को भी पशोपेश में डाल दिया है . उधर एनसीएल प्रबन्धन कोयला उत्पादन पर असर को नकार रहा है, बहरहाल एनसीएल. में जारी हड़ताल से प्रबन्धन की नींद उड़ गई है