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नवजात का शव घर ले जाने के लिए नहीं मिली एंबुलेंस, बाइक की डिक्की में लाश रख घूमता रहा शख्स, जांच के आदेश - Singrauli ambulance Crisis

सिंगरौली से एक मामला सामने आया है, जहां एक मरे हुए नवजात बच्चे की डिलवरी के बाद परिवार को एंबुलेंस तक नहीं मिला. पीड़ित परिवार बच्चे के शव को बाइक की डिक्की में डालकर कलेक्टर के पास पहुंचा, जहां मामले की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. (singrauli child dead body) (Singrauli ambulance Crisis) (singrauli dead body in bike diggi) इधर इस मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हंगामा मच गया है. मृतक बच्चे के परिजन यूपी के इलाके के बीजपुर के रहने वाले हैं.

singrauli dead body in bike diggi
सिंगरौली बच्चे की डेड बॉडी एंबुलेंस नहीं मिली
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Published : Oct 18, 2022, 11:00 PM IST

Updated : Oct 19, 2022, 1:57 PM IST

सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली से सिस्टम को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां एक नवजात बच्चे के शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस तक परिवार को नसीब नहीं हुई. मजबूर पिता मोटरसाइकिल की डिक्की में शव लेकर, मदद के लिए कलेक्टर के पास पहुंचा. पूरे मामले को समझने के बाद कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. (singrauli child dead body ambulance not found) पीड़ित दिनेश और उनके परिजन के बारे में जो जानकारी आई है उसके मुताबिक वो UP के सोनभद्र जिले के बीजपुर के रहने वाले हैं. इन लोगों का गांव सिंगरौली के जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर है. मामले में कलेक्टर ने एसडीएम को जांच का जिम्मा सौंपा है. सिंगरौली जिला कलेक्टर राजीव रंजन मीणा का कहना है कि मामला बेहद गंभीर है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. (singrauli dead body in bike diggi)

सिंगरौली बच्चे की डेड बॉडी एंबुलेंस नहीं मिली

मरा बच्चा हुआ पैदा हुआ था: सिंगरौली जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में किस तरह की बदहाल व्यवस्था है, इसकी एक तस्वीर मंगलवार को इस अस्पताल में देखने को मिली. पीड़ित के अनुसार 17 अक्टूबर को दिनेश भारती पत्नी को लेकर सिंगरौली जिला अस्पताल पहुंचा था. डिलीवरी कराने के लिए डॉ. सरिता शाह ने प्रसव कराने की वजह महिला को शासकीय चिकित्सक से निजी क्लीनिक भेजने की सलाह दी. आरोपी का कहना है कि इस दौरान डॉक्टर को उसने 5 हजार रुपए दिए, लेकिन जब उन्हें यह पता चला कि बच्चे की कोख में ही मौत हो चुकी है, तो उसे वापस जिला अस्पताल भेज दिया, जहां डिलीवरी करवाने पर बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ. (singrauli child dead body)

खेल खेल में डेढ़ साल के बच्चे की आई मौत, मां बना रही थी खाना, बड़े भाई के साथ खेलने के दौरान बच्चा बालकनी से गिरा

कलेक्टर ने जांच के दिए आदेश: इसके बाद परिजनों ने बच्चे के शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की, लेकिन परिजनों को एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई. जिसके बाद पीड़ित दिनेश भारती मरे हुए बच्चे को अपनी बाइक के डिक्की में डालकर कलेक्ट्रेट पहुंचा और कलेक्टर को अपनी फरियाद सुनाई. फरियाद सुनने के बाद कलेक्टर ने जांच के लिए एसडीएम को तुरंत निर्देश दिए हैं, ताकि आरोपियों को सख्त सजा दी जा सके. (singrauli death child father take to collector)

क्यों UP से MP आए डिलिवरी के लिए: दिनेश का गांव यूपी के सोनभद्र जिले में आता है जहां से सबसे करीब का और बड़ा अस्पताल MP के सिंगरौली में है. लिहाजा इस पूरे ही इलाके से लोग इलाज के लिए मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिला अस्पताल में आते हैं. यूपी के सोनभद्र का जिला मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज है जिसकी दूरी गांव से करीब 110 किलोमीटर है. यह इलाका ना सिर्फ दूर है बल्की पहाड़ियों से घिरा है. इस वजह से आवाजाही के साधन भी काफी सीमित हैं. रॉबर्ट्सगंज जाने में वक्त भी सिंगरौली के मुकाबले 3 गुना ज्यादा लगता है. दिनेश इसी वजह से अपनी बीवी की डिलीवरी कराने सिंगरौली आया था. आरोप है कि बच्चे को जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने निजी अस्पताल ले जाने के लिए कहा. बाद में निजी अस्पताल ने वापस सरकारी जिला अस्पताल भेज दिया. इस दौरान पता चला कि मां के गर्भ में ही नवजात की मौत हो गई थी. (singrauli dead body in bike diggi)

सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली से सिस्टम को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां एक नवजात बच्चे के शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस तक परिवार को नसीब नहीं हुई. मजबूर पिता मोटरसाइकिल की डिक्की में शव लेकर, मदद के लिए कलेक्टर के पास पहुंचा. पूरे मामले को समझने के बाद कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. (singrauli child dead body ambulance not found) पीड़ित दिनेश और उनके परिजन के बारे में जो जानकारी आई है उसके मुताबिक वो UP के सोनभद्र जिले के बीजपुर के रहने वाले हैं. इन लोगों का गांव सिंगरौली के जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर है. मामले में कलेक्टर ने एसडीएम को जांच का जिम्मा सौंपा है. सिंगरौली जिला कलेक्टर राजीव रंजन मीणा का कहना है कि मामला बेहद गंभीर है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. (singrauli dead body in bike diggi)

सिंगरौली बच्चे की डेड बॉडी एंबुलेंस नहीं मिली

मरा बच्चा हुआ पैदा हुआ था: सिंगरौली जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में किस तरह की बदहाल व्यवस्था है, इसकी एक तस्वीर मंगलवार को इस अस्पताल में देखने को मिली. पीड़ित के अनुसार 17 अक्टूबर को दिनेश भारती पत्नी को लेकर सिंगरौली जिला अस्पताल पहुंचा था. डिलीवरी कराने के लिए डॉ. सरिता शाह ने प्रसव कराने की वजह महिला को शासकीय चिकित्सक से निजी क्लीनिक भेजने की सलाह दी. आरोपी का कहना है कि इस दौरान डॉक्टर को उसने 5 हजार रुपए दिए, लेकिन जब उन्हें यह पता चला कि बच्चे की कोख में ही मौत हो चुकी है, तो उसे वापस जिला अस्पताल भेज दिया, जहां डिलीवरी करवाने पर बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ. (singrauli child dead body)

खेल खेल में डेढ़ साल के बच्चे की आई मौत, मां बना रही थी खाना, बड़े भाई के साथ खेलने के दौरान बच्चा बालकनी से गिरा

कलेक्टर ने जांच के दिए आदेश: इसके बाद परिजनों ने बच्चे के शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की, लेकिन परिजनों को एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई. जिसके बाद पीड़ित दिनेश भारती मरे हुए बच्चे को अपनी बाइक के डिक्की में डालकर कलेक्ट्रेट पहुंचा और कलेक्टर को अपनी फरियाद सुनाई. फरियाद सुनने के बाद कलेक्टर ने जांच के लिए एसडीएम को तुरंत निर्देश दिए हैं, ताकि आरोपियों को सख्त सजा दी जा सके. (singrauli death child father take to collector)

क्यों UP से MP आए डिलिवरी के लिए: दिनेश का गांव यूपी के सोनभद्र जिले में आता है जहां से सबसे करीब का और बड़ा अस्पताल MP के सिंगरौली में है. लिहाजा इस पूरे ही इलाके से लोग इलाज के लिए मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिला अस्पताल में आते हैं. यूपी के सोनभद्र का जिला मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज है जिसकी दूरी गांव से करीब 110 किलोमीटर है. यह इलाका ना सिर्फ दूर है बल्की पहाड़ियों से घिरा है. इस वजह से आवाजाही के साधन भी काफी सीमित हैं. रॉबर्ट्सगंज जाने में वक्त भी सिंगरौली के मुकाबले 3 गुना ज्यादा लगता है. दिनेश इसी वजह से अपनी बीवी की डिलीवरी कराने सिंगरौली आया था. आरोप है कि बच्चे को जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने निजी अस्पताल ले जाने के लिए कहा. बाद में निजी अस्पताल ने वापस सरकारी जिला अस्पताल भेज दिया. इस दौरान पता चला कि मां के गर्भ में ही नवजात की मौत हो गई थी. (singrauli dead body in bike diggi)

Last Updated : Oct 19, 2022, 1:57 PM IST
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