सिंगरौली। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का एक दिवसीय सिंगरौली दौरा विवादों में घिरता नजर आ रहा है. दरअसल राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जिला पंचायत सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. जिसमें शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी, जिसे लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है.
कार्यक्रम के चलते बच्चों की पंजीयन और महिला बाल विकास के समन्वय के लिए 15 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी. बावजूद इसके सुप्रीम कोर्ट और सरकार ने शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्य नहीं करवाने के आदेश दिए हैं. अफसरों की मनमानी और कानूनगो के दौरे के चलते स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हुई है, जिसे लेकर सवाल उठने लगे हैं. देखना होगा कि जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी या फिर यह मामला पूरी तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा.