सिंगरौली। जिले में बने रिलायंस और एनसीएल के कोलमाइंस का प्रदूषित पानी के रूप में जहर उगल रहा है. जिसके चलते का काचन नदी का पानी पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है. यही वजह है कि इस नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों को पानी की भीषण समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं नदी में कोयले की तरह बह रहे पानी के चलते जमीनी स्तर का पानी भी पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है. जिसके चलते हैंडपंप और कुएं से भी प्रदूषित पानी बाहर आ रहा है. इस पानी को पीने से नदी के किनारे बस से दर्जनों गांव के लोग बेहद परेशान हैं.
- काचन नदी के पानी से लोग हो रहे बीमार
दरअसल सिंगरौली जिले में एक दशक से कई पावर प्लांट और कोल माइंस चल रहे हैं. जिसके चलते इन पावर प्लांट और कोल माइंस से निकला प्रदूषित पानी स्टोरेज कर और उसे फिल्टर करने के बजाय नदियों में छोड़ दिया जाता है. जिसके चलते काचन नदी का पानी पूरी तरह से प्रदूषित हो गई है. यही वजह है कि इन इलाकों में रहने वाले लोग आए दिन कई तरह की बीमारियों से ग्रसित होते जा रहे हैं.
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- जानवर भी हो रहे बीमार
काचन नदी के किनारे दर्जनों गांव में तेलाई, नौगढ़, कचनी, पचोर, देवरा और हिरवाह जैसे कई गांव शामिल है. नदी के पानी से इन गांव के लोगा बीमार हो रहे है. इतना ही नहीं इंसानों के साथ इन इलाकों में फसलों और मवेशियों को भी पानी की समस्या होने लगी है. इलाकों में पालतू जानवरों को भी पानी की समस्या आने लगी है. कुछ जानवर इन नदियों के पानी को पीते हैं, जिससे उन्हें भी कई बीमारियां हो रही हैं.
- जांच के दिए है आदेश
कलेक्टर राजीव रंजन मीणा का कहना है कि इस मामले में संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दे दिए है. जांच टीम जल्द ही रिपोर्ट सौंपेगी. रिपोर्ट में कोई परेशानी दिखाई देती है तो कार्रवाई की जाएगी और समस्या का समाधान किया जाएगा.