सिंगरौली/सीधी। विंध्य अंचल सूबे का वो हिस्सा है, जहां की चुनावी बिसात सियासी समर के बड़े-बड़े सूरमाओं से सजती है. यहां की सीधी लोकसभा सीट पर इस बार कांटे का मुकाबला होने की उम्मीद है. बीजेपी की रीति पाठक का मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह से हैं. रीति पाठक ने शक्ति प्रदर्शन के साथ नामांकन भी दाखिल कर दिेया है. लेकिन, सीधी में उनकी राह इस बार कुछ टेढ़ी नजर आ रही है.
क्षेत्र के लोग सांसद रीति पाठक के कामों से नाखुश नजर आते हैं. वे कहते हैं कि सांसद महोदया ने रोजगार, बिजली, पानी, स्वास्थय और शिक्षा जैसे सभी मुद्दों पर काम करने का वादा किया था. लेकिन, पिछले पांच सालों में यहां विकास के नाम पर ये काम नजर नहीं आते.
सीधी-सिंगरौली के युवाओं का कहना है कि बेरोजगारी क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या है. जिसे खत्म करने का सांसद महोदया ने वादा किया था. लेकिन रोजगार न होने से क्षेत्र के लोग परेशान नजर आते हैं. सांसद खुद मानती हैं कि बिजली, पानी, सड़क जैसे कुछ काम अभी अधूरे रह गए हैं. जिन्हें जल्द पूरा किया जाएगा.
कांग्रेस प्रत्याशी अजय सिंह के बाद बीजेपी की रीति पाठक ने भी शक्ति प्रदर्शन के साथ अपना नामांकन दाखिल किया. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ-साथ कई विधायक उनके साथ नामांकन दाखिल कराने पहुंचे. रीति पाठक एक बार फिर अपनी जीत का दावा करती दिख रही है.
भले ही दोनों प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हों, लेकिन, सीधी में रीती बनाम अजय सिंह का मुकाबला जोरदार होने की उम्मीद है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि विंध्य की इस सीट पर किसका सियासी भाग्य चमकता है और किसका अस्त होता है.