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सिंगरौली में 8 साल के बच्चे को मिला अतिक्रमण का नोटिस, तहसीलदार ने दिए जांच के आदेश - 8 साल के बच्चे को नोटिस

सरई तहसील कार्यालय से कुछ दिन पहले 8 साल के नाबालिग बच्चे को बजौडी हल्का पटवारी वंशगोपाल पनिका ने अतिक्रमणकारी बनाकर अतिक्रमण का नोटिस दे दिया.

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8 साल के बच्चे को मिला अतिक्रमण का नोटिस
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Published : Oct 9, 2020, 6:06 PM IST

Updated : Oct 9, 2020, 6:54 PM IST

सिंगरौली। सरई तहसील कार्यालय से कुछ दिन पहले 8 वर्षीय नाबालिग बच्चे को बजौडी हल्का पटवारी वंशगोपाल पनिका ने एक नाबालिग को अतिक्रमण का नोटिस दिया था. जब ये बच्चा तहसीलदार कार्यालय में पेश हुआ तो वहां मौजूद लोग चौंक गए. मामले में उच्च अधिकारियों का कहना है अगर हल्का पटवारी ने गलत पंचनामा और प्रतिवेदन बनाकर तहसील कार्यालय में जमा किया होगा, तो पटवारी पर कार्रवाई होगी और निलंबित किया जाएगा.

8 साल के बच्चे को अतिक्रमण का नोटिस

दरअसल, सिंगरौली जिले में जमीनी अमले की बड़ी लापरवाही आमने आई है, यहां एक 8 साल के बच्चे को अतिक्रमण का आरोपी बना दिया गया और न्यायालय में हाजिर होने का नोटिस भी थमा दिया गया. इतना ही नहीं बच्चा तहसीलदार के न्यायालय में हाजिर भी हो गया. वहीं जब न्यायधीश की कुर्सी पर बैठे तहसीलदार को शक हुआ तो उन्होंने तत्काल पूरे मामले को निरस्त कर, जांच के आदेश दे दिए.

मामला सिंगरौली जिले के सरई इलाके का है, जहां सरई हलके के पटवारी ने एक रास्ते के अतिक्रमण में लापरवाही की हद पार करते हुए, आठ साल के मासूम को आरोपी बना दिया और तहसील न्यायालय में पेश होने का नोटिस भी थमा दिया, मामले की पोल तब खुली जब बच्चा न्यायालय पहुंचा.

सिंगरौली। सरई तहसील कार्यालय से कुछ दिन पहले 8 वर्षीय नाबालिग बच्चे को बजौडी हल्का पटवारी वंशगोपाल पनिका ने एक नाबालिग को अतिक्रमण का नोटिस दिया था. जब ये बच्चा तहसीलदार कार्यालय में पेश हुआ तो वहां मौजूद लोग चौंक गए. मामले में उच्च अधिकारियों का कहना है अगर हल्का पटवारी ने गलत पंचनामा और प्रतिवेदन बनाकर तहसील कार्यालय में जमा किया होगा, तो पटवारी पर कार्रवाई होगी और निलंबित किया जाएगा.

8 साल के बच्चे को अतिक्रमण का नोटिस

दरअसल, सिंगरौली जिले में जमीनी अमले की बड़ी लापरवाही आमने आई है, यहां एक 8 साल के बच्चे को अतिक्रमण का आरोपी बना दिया गया और न्यायालय में हाजिर होने का नोटिस भी थमा दिया गया. इतना ही नहीं बच्चा तहसीलदार के न्यायालय में हाजिर भी हो गया. वहीं जब न्यायधीश की कुर्सी पर बैठे तहसीलदार को शक हुआ तो उन्होंने तत्काल पूरे मामले को निरस्त कर, जांच के आदेश दे दिए.

मामला सिंगरौली जिले के सरई इलाके का है, जहां सरई हलके के पटवारी ने एक रास्ते के अतिक्रमण में लापरवाही की हद पार करते हुए, आठ साल के मासूम को आरोपी बना दिया और तहसील न्यायालय में पेश होने का नोटिस भी थमा दिया, मामले की पोल तब खुली जब बच्चा न्यायालय पहुंचा.

Last Updated : Oct 9, 2020, 6:54 PM IST
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