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मुआवजा और नौकरी नहीं मिलने से नाराज ग्रामीण, मुख्य अभियंता को घेर जताया विरोध - Lalitpur-Singrauli Rail Project

सीधी में ललितपुर-सिंगरौली रेल परियोजना में अधिग्रहित जमीन के बदले मुआवजा और नौकरी नहीं मिलने से ग्रामीणों ने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया है. जिस वजह से रेलवे विभाग का कंस्ट्रकशन वर्क बंद है.

villagers stopped construction work
मुख्य अभियंता को घेर जताया विरोध
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Published : Feb 3, 2020, 3:24 PM IST

Updated : Feb 3, 2020, 3:31 PM IST

सीधी। ललितपुर-सिंगरौली रेल परियोजना के काम में जैसे ही तेजी आई, वैसे ही रेलवे के लिए किसानों की अधिग्रहित जमीन के बदले मुआवजा और नौकरी नहीं मिलने से उनका विरोध सामने आ गया है. उन्होंने मधुरी में हो रहे रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है. बेरोजगारों की मांग है कि जब तक रेलवे उनकी जमीन के एवज में रोजगार नहीं देगा, तब तक रेलवे विभाग को कंस्ट्रकशन का काम नहीं करने देंगे.

मुख्य अभियंता को घेर जताया विरोध

जबलपुर मण्डल के मुख्य अभियंता JKS लकड़ा सीधी में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का जायजा लेने पहुंचे थे. जहां सैकड़ों ग्रामीणों ने उन्हें घेरकर अपना विरोध दर्ज किया. ग्रामीणों ने रोजगार के नहीं मिलने तक निर्माण काम बंद रखने की मांग की है. हालांकि मुख्य अभियंता का कहना है कि हम सब नियमों से बंधे हैं, इसलिए काम को न रोका जाए, लेकिन युवाओं ने इसे मानने से इंकार कर दिया.

वहीं जमीन अधिग्रहण के दौरान रेलवे ने एक घोषणा पत्र जारी किया गया था कि अपनी जमीन दे चुके परिवार में से एक व्यक्ति को चर्तुथ श्रेणी की नौकरी दी जाएगी, लेकिन 11नवम्बर 2019 को रेलवे बोर्ड ने एक और आदेश जारी किया, जिसमें लिखा है कि जमीन के बदले सिर्फ मुआवजा मिलेगा नौकरी नहीं. तब से ग्रामीण नाराज हैं.

सीधी। ललितपुर-सिंगरौली रेल परियोजना के काम में जैसे ही तेजी आई, वैसे ही रेलवे के लिए किसानों की अधिग्रहित जमीन के बदले मुआवजा और नौकरी नहीं मिलने से उनका विरोध सामने आ गया है. उन्होंने मधुरी में हो रहे रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है. बेरोजगारों की मांग है कि जब तक रेलवे उनकी जमीन के एवज में रोजगार नहीं देगा, तब तक रेलवे विभाग को कंस्ट्रकशन का काम नहीं करने देंगे.

मुख्य अभियंता को घेर जताया विरोध

जबलपुर मण्डल के मुख्य अभियंता JKS लकड़ा सीधी में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का जायजा लेने पहुंचे थे. जहां सैकड़ों ग्रामीणों ने उन्हें घेरकर अपना विरोध दर्ज किया. ग्रामीणों ने रोजगार के नहीं मिलने तक निर्माण काम बंद रखने की मांग की है. हालांकि मुख्य अभियंता का कहना है कि हम सब नियमों से बंधे हैं, इसलिए काम को न रोका जाए, लेकिन युवाओं ने इसे मानने से इंकार कर दिया.

वहीं जमीन अधिग्रहण के दौरान रेलवे ने एक घोषणा पत्र जारी किया गया था कि अपनी जमीन दे चुके परिवार में से एक व्यक्ति को चर्तुथ श्रेणी की नौकरी दी जाएगी, लेकिन 11नवम्बर 2019 को रेलवे बोर्ड ने एक और आदेश जारी किया, जिसमें लिखा है कि जमीन के बदले सिर्फ मुआवजा मिलेगा नौकरी नहीं. तब से ग्रामीण नाराज हैं.

Intro:एंकर---सीधी जिले में जैसे ही ललितपुर सिगरौली रेल परियोजना के काम मे तेजी आई वैसे ही रेल्बे के लिये किसानों की अधिग्रहित जमीन के बदले मुआवजा के अलावा नौकरी ना मिलने से बेरोजगारो का बिरोध भी सामने आने लगा है,सीधी के माधुरी में हो रहे रेल्बे स्टेशन के निर्माण कार्य को बेरोजगारों ने रोक लगा दी है,वेरोजगारों की माग है कि जबतक रेल्बे द्वारा जमीन के एवज में एक व्यक्ति को रोजगार नही मिलेगा तबतक रेल्बे बिभाग कंटेक्शन का काम नही करने देंगे।Body:वाइस ओवर(1) सीधी में ,आज जबलपुर मण्डल के मुख्य अभियंता जे के एस लकड़ा सीधी में निर्माणाधीन रेल्बे स्टेशन का जयजा लेने पहुँचे थे,जहां सैडको ग्रामीणों ने घेर कर अपना विरोध दर्ज कराया ,रोजगार के मामले मे जबतक निराकरण नही हो जाता तब तक काम बन्द करने की माँग की है,हालांकि मुख्य अभियंता का कहना है कि हम सब नियमो से बधे है काम को न रोका जाय लेकिन युवाओ ने मानने से इंन्कार कर दिया जमीन अधिग्रहण के दौरान रेल्वे द्वारा यह घोषणा पत्र जारी किया गया था की अपनी जमीन दे चुके परिवार से एक को चर्तुथ श्रेणी की नौकरी दी जायेगी,लेकिन 11नवम्बर 2019 को रेल्वे बोर्ड द्वारा यह आदेश जारी किया गया है की जमीन के बदले सिर्फ मुआबजा मिलेगा नौकरी नही तब से करीव सौकडा युवकों को मिलने बाले रोजगार में ग्रहण लगया है जिससे नाराज है,

बाईट:-1 विकाश सिंह ग्रामीण
बाईट :-2 जे यस लकड़ा मुख्य अभियंता जबलपुरConclusion:बहर हाल देखना होगा कि रेलवे में जिन किसानों ने जमीन अधिगम करेले को दी है उनके घरों में बैठे बेरोजगारों को रेलवे विभाग नौकरी देता है या सिर्फ आश्वासन देकर अपना काम करता है।
तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश
Last Updated : Feb 3, 2020, 3:31 PM IST
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