सीधी/विदिशा। मध्यप्रदेश के दो जिले से लोगों पर बाघ का हमले करने का मामला सामने आया है. सीधी के आदिवासी अंचल में बाघ और जंगली जानवरों के हमले का कहर नहीं थम रहा है. लगातार बाघ और जंगली जानवर के हमले से लोगों की जान जा रही है. पिछले 2 महीने में दो बच्चों को जंगली जानवर ने अपना शिकार बनाया था और उन्हें मौत के घाट उतार दिया था(Vidisha tigeress attack on shepherd). वहीं विदिशा में चरवाहे पर बाघिन ने हमला कर दिया.
बाघ का पूर्व सरपंच का हमला: पूरा मामला संजय टाईगर रिजर्व क्षेत्र के दुबरी रेंज अन्तर्गत बड़काडोल बीट में दोपहर लगभग 2:30 बजे का है. यहां एक महिला पर बाघ ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. गुड्डी बाई पति रामाधार भूर्तिया 52 साल निवासी ग्राम बड़काडोल गांव से लगे जंगल की तरफ जुड़मानी गांव अपने खेत में भैंस चराने गई थी. यहां जंगल में बाघ द्वारा उस पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया(Sidhi tiger attack on former sarpanch died). इस वजह से उसकी मौत हो गई. मृतक महिला बड़काडोल ग्राम पंचायत कीप पूर्व सरपंच रह चुकी है. वहीं एसडीओपी रोशनी सिंह ठाकुर और नगर निरीक्षक मझौली दीपक बघेल अपने अमले के साथ घटना स्थल पर पहुंच परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली.
दिनों दिन बढ़ रहा जंगली जानवरों का हमला: बीते कुछ दिनों से जंगली जानवरों द्वारा कई लोगों को हमला कर उन्हें घायल और मौत के घाट उतारा जा चुका है. अभी हाल ही में 14 दिसंबर को बड़काडोल निवासी ओमकली सिंह पति बृजभान सिंह गोंड को भी बाघ द्वारा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था. वहीं एक महीने के अंदर ही बाघ द्वारा पुनः एक और महिला को अपना निवाला बनाया गया है. जिसके चलते गांव के साथ-साथ नजदीकी गांवों के ग्रामीण भी दहशत और भयपूर्ण जीवन जी रहे हैं.
चरवाहे पर बाघिन का हमला: विदिशा के ग्यारसपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम मोहम्मदगढ के जंगल में भैंस चराने गए चरवाहे पर बाघिन ने हमला कर दिया. चरवाहे ने जोर से चिल्ला कर बहुत मुश्किल से अपनी जान बचाई. डालचंद कुशवाहा जंगल के किनारे खेत पर भैंस चरा रहा था. इस दौरान बाघिन ने चरवाहे के जांघ में काट लिया और कंधे पर पंजे मारे. बाघिन के साथ उसका एक शावक भी था. गंभीर रूप से घायल हुए चरवाहे का ग्यारसपुर के सामुदायिक अस्पताल में इलाज किया गया. चरवाहे को प्राथमिक उपचार के बाद विदिशा रेफर किया गया